नई दिल्ली. राजधानी स्थित केरल हाउस की कैंटीन में गोमांस परोसे जाने की शिकायत के बाद पुलिस पहुंचने को लेकर राजनीति जारी है. केरल हाउस ने घटना के विरोध में बुधवार को दोबारा से बीफ (भैंस का मीट) परोसने का फैसला किया है. इससे पहले घटना के विरोध में मंगलवार को नेताओं ने जमकर बयानबाजी की और केरल के सांसदों ने गेस्ट हाउस के बाहर प्रदर्शन भी किया.
बता दें कि केरल हाउस यह साफ कर चुका है कि उसके मेन्यू में बीफ का मतलब भैंसे के मीट से है, गोमांस से नहीं. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में पुलिस को बीजेपी सेना करार दिया. वहीं, केरल के सीएम ओमान चांडी ने सीधे पीएम नरेंद्र मोदी को लेटर लिखकर पुलिस एक्शन पर एतराज जताया.
क्या है पूरा मामला?
नई दिल्ली जिले के एक सीनियर पुलिस अफसर ने बताया कि सोमवार शाम करीब 4.30 बजे केरल हाउस के कैंटीन में बीफ परोसे जाने के बारे में पीसीआर कॉल आई थी. शिकायत हिंदू सेना के नेता विष्णु गुप्ता ने की थी. सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत स्पॉट पर पहुंच गई.
पुलिस अफसर ने कहा, “यह सिर्फ एहतियाती कदम था. पुलिस कैंटीन गई और वहां स्टाफ को हिंदू सेना की शिकायत के बारे में बताया, लेकिन कैंटीन से कोई सैंपल नहीं लिया गया.” पुलिस अफसर ने यह भी बताया कि जब पुलिस केरल हाउस पहुंची तो वहां हिंदू सेना के कुछ मेंबर वहां मौजूद थे. इस सिलसिले में हिंदू सेना के एक मेंबर से कनॉट प्लेस पुलिस स्टेशन में पूछताछ की गई.