नई दिल्ली. अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम के खास आदमी छोटा शकील ने एक अंग्रेजी अखबार से दावा किया है कि उसने ही बाली में छोटा राजन को गिरफ्तार करवाया है. छोटा शकील ने कहा कि अभी उसका बदला पूरा नहीं हुआ है और वह उसे मारकर ही दम लेगा.
राजन की गिरफ़्तारी के पीछे शकील
अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में छोटा शकील ने कहा कि वह छोटा राजन की गिरफ्तारी से खुश नहीं है. मेरे लड़कों ने पिछले हफ्ते फिजी में उसका ठिकाना खोज लिया था. इसी के बाद उसे इंडोनेशिया भागना पड़ा. इंडोनेशिया में उसकी गिरफ्तारी इसी वजह से हो पाई. डी कंपनी इससे खुश नहीं है. जब तक मैं उसे खत्म नहीं कर लेता चैन से नहीं बैठूंगा.
राजन को मारकर ही दम लूंगा
छोटा शकील ने बातचीत में यह भी कहा कि हमें भारत सरकार पर विश्वास नहीं है. भारत सरकार हमारे खिलाफ छोटा राजन की मदद लेती आई है. इसकी क्या गारंटी है कि छोटा राजन का ट्रायल होगा या उसे सजा सुनाई जाएगी? उसकी हिरासत या गिरफ्तारी से हमारा कोई लेना-देना नहीं है. हमारा फंडा एकदम साफ है कि दुश्मन खत्म हो. मैं उसे नहीं छोड़ूंगा, चाहे वह जहां भी रहे.
वीके सिंह भी गए थे इंडोनेशिया
इससे पूर्व सोमवार को बाली में हुई छोटा राजन की गिरफ्तारी की भारतीय गृह मंत्रालय ने इसकी पुष्टि कर दी थी. इंडोनेशिया के साथ भारत की प्रत्यर्पण संधि है, जिसकी वजह से छोटा राजन को भारत लाना शायद बहुत मुश्किल न हो. सूत्रों के मुताबिक इस ऑपरेशन के लिए विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह खासतौर पर इंडोनेशिया गए थे और वह कागजी कार्रवाई करके वापस लौट आए.
छोटा राजन की गिरफ्तारी पर उठे सवाल
मुंबई के अंडरवर्ल्ड के डॉन छोटा राजन की अचानक गिरफ्तारी से कई सवाल उठ खड़े हुए हैं. इसमें प्रमुख सवाल यह भी है कि राजन की गिरफ्तारी क्या उसकी सहमति से हुई है? बताया जाता है कि छोटा राजन देश के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल का करीबी रहा है. इसके अलावा भारतीय एजेंसियों से भी उसकी नजदीकियां रही हैं. ऐसे में इंडोनेशिया में उसकी अचानक गिरफ्तारी स्वाभाविक रूप से प्रश्न पैदा करने वाली है.
भारत के फरार मुजरिम छोटा राजन की जो ताजा तस्वीरें सामने आई हैं उनमें वह बाली पुलिस की गिरफ्त में होने के बावजूद मुस्कराता हुआ दिखाई दे रहा है. यह तस्वीरें खुद ही कुछ कहने की कोशिश कर रही हैं. जिसकी कई सालों से तलाश थी उसकी इतनी आसानी से गिरफ्तारी हैरत में डालने वाली है.
भारत लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी
सोमवार को पहले सीबीआई ने तस्दीक की कि उसके सहयोग से छोटा राजन को पकड़ा गया है और बाद में गृहमंत्री ने कहा कि अब उसे भारत लाने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी हालांकि दो दशक से फरार इस मुजरिम की गिरफ्तारी को लेकर कई कयास भी चल रहे हैं.
गिरफ्तारी के बाद जारी बयान में बताया गया, राजेंद्र सदाशिव निखलजे नाम के एक भगोड़े को पकड़ा गया है. इसका पासपोर्ट नंबर जी-9273860 है. इसके बारे में कैनबरा पुलिस ने जानकारी दी. इसका अरेस्ट वारंट भारत में 1994 को जारी किया गया और 1995 में इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया.
मोहन कुमार नाम से था फर्जी पासपोर्ट
अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिए छोटा राजन ने मोहन कुमार के फर्जी नाम से पासपोर्ट बनवा रखा था. सिडनी में बने इस पासपोर्ट से वह कई बार ऑस्ट्रेलिया से बाहर जाकर वापस भी आ चुका था, लेकिन रविवार को इंडोनेशिया में बाली एयरपोर्ट पर पकड़ा गया. जानकार इसे बड़ी कामयाबी मान रहे हैं.