बेंगलुरु. एक तरफ दिल्ली में लेखक इकठ्ठा होकर कन्नड़ लेखक एवं विद्वान एमएम कलबुर्गी की हत्या के विरोध में मार्च निकल रहे हैं तो दूसरी तरफ कर्नाटक के ही दावणगेरे में एक युवा दलित लेखक हचंगी प्रसाद पर कुछ लोगों ने हमला कर दिया. दर्ज FIR के मुताबिक प्रसाद ने जाति व्यवस्था के विरोध में एक बुकलेट प्रकाशित की थी जिस पर ऊंची जाति के लोगों ऐतराज था.
क्या है मामला
प्रसाद दावणगेरे यूनिवर्सिटी के छात्र हैं और वहीं होस्टल में रूम लेकर रहते हैं. कुछ दिन पहले एक अनजान आदमी आया और उसने प्रसाद से कहा कि उनकी मां बहुत बीमार है उन्हें हार्ट अटैक आया है बे अस्पताल में भारती हैं. वो प्रसाद को अपने साथ ले गया और थोड़ी दूर एक सुनसान जगह ले जाकर करीब 8-10 लोगों के साथ मिलकर उनसे मारपीट की.
प्रसाद ने बताया कि उन लोगों ने मुझे घेर लिया और मेरी किताब को हिंदू विरोधी करार देते हुए मुझे पीटने लगे. उन्होंने प्रसाद के पूरे चेहरे को भी रंग दिया. उन लोगों ने प्रसाद को धमकी दी है कि अगर फिर से जाति व्यवस्था या हिंदू धर्म के खिलाफ लिखा तो उसकी उंगलियां काट देंगे.
उन लोगों ने जब प्रसाद को छोड़ दिया तो पहले वे अस्पताल गए और उसके बाद उन्होंने जाकर FIR दर्ज कराई. पुलिस ने अनजान लोगों के खिलाफ SC/ST एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है.