नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री जरनल वीके सिंह ने फरीदाबाद में दलित बच्चों की हत्या के बाद अपने ‘कुत्ते को पत्थर मारने के लिए सरकार जवाबदेह नहीं’ वाले बयान पर सफाई में कहा है कि दो परिवार के झगड़े में कुछ होता है तो उसके लिए सरकार को क्यों कटघरे में खड़ा किया जाए.
वीके सिंह ने सफाई में जो बयान जारी किया उसमें कहा है, “सारे संकेत यही बताते हैं कि यह दर्दनाक घटना दो परिवारों के आपसी झगड़े में हुई है. हमारा समाज कई लोगों से मिलकर बना है और हर सिरफिरे की हरकत के लिए सरकार को दोषी नहीं ठहराया जा सकता.”
विदेश राज्यमंत्री सिंह ने कहा कि उनके बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया है और जिस पत्रकार ने ऐसा किया उसकी पत्रकारिता पर लानत है. उन्होंने आगे यह भी कहा कि ऐसे पत्रकार को आगरा के पागलखाने में भर्ती करा देना चाहिए.
क्या बोले जनरल वीके सिंह
वीके सिंह ने कहा कि मुझे दोनों बच्चों की मौत का पूरा दुख है और इस तरह की हरक़त को जस्टिफाई नहीं किया जा सकता. सिंह ने कहा कि मिली ख़बरों के मुताबिक दोनों परिवारों के बीच पुरानी दुश्मनी थी इसी के चलते ऐसी घटना सामने आई. हर चीज़ के लिए सरकार को कठघरे में खड़ा कर देना पूरी तरह से गलत है.
कांग्रेस और केजरीवाल ने साधा निशाना
कांग्रेस और अरविंद केजरीवाल ने भी वीके सिंह के बयान पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने वीके सिंह का इस्तीफ़ा मांगते हुए उन पर कानूनी कार्रवाई की मांग की है. वहीं केजरीवाल ने ट्वीट कर मोदी से वीके सिंह को कैबिनेट से बाहर करने की मांग की है.
क्या बोला था पहले जनरल वीके सिंह ने
फरीदाबाद में दलित बच्चों को जिंदा जलाए जाने की घटना पर विदेश राज्यमंत्री जनरल वीके सिंह ने एक विवादित बयान दिया है. वीके सिंह ने कहा है कि अगर कोई कुत्ते को पत्थर मार दे तो इसके लिए सरकार जिम्मेदार नहीं है.
वीके सिंह इससे पहले भी कई विवादित बयान देकर विवादों में फंस चुके हैं. वीके सिंह कभी मीडिया पर भी अभद्र टिप्पणी करके तो कभी साहित्यकारों को पर अय्याशी का आरोप मढ़कर वीके सिंह विवादों में फंसते रहे हैं.