बिहार में दो चरणों का मतदान पूरा हो चुका है. बाकी तीन चरणों के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से प्रचार में जुटी हुई हैं. ऐसे में जनता की नब्ज टटोलने के लिए इंडिया न्यूज़ अपने खास शो 'चुनावी चौराहा' में मधेपुरा पहुंचा. मधेपुरा को यादवों का गढ़ कहा जाता है. मधेपुरा मंडल आयोग की रिपोर्ट तैयार करने वाले बीपी मंडल का भी गृह जिला है.
मधेपुरा. बिहार में दो चरणों का मतदान पूरा हो चुका है. बाकी तीन चरणों के लिए सभी राजनीतिक पार्टियां जोर-शोर से प्रचार में जुटी हुई हैं. ऐसे में जनता की नब्ज टटोलने के लिए इंडिया न्यूज़ अपने खास शो ‘चुनावी चौराहा’ में मधेपुरा पहुंचा. मधेपुरा को यादवों का गढ़ कहा जाता है. मधेपुरा मंडल आयोग की रिपोर्ट तैयार करने वाले बीपी मंडल का भी गृह जिला है.
मधेपुरा की सियासत
2010 के विधानसभा चुनाव में मधेपुरा विधानसभा सीट से आरजेडी के चंद्रशेखर ने जीत हासिल की थी. चंद्रशेखर ने जेडीयू के डॉ रामेंद्र यादव को हराया था. बता दें कि 2005 के विधानसभा चुनाव में ये सीट जेडीयू के पास थी. इस बार विधानसभा चुनाव में एनडीए से बीजेपी के विजय कुमार विमल मैदान में हैं.
इस बार के विधानसभा चुनाव में आरजेडी और जेडीयू साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं इसलिए मधेपुरा सीट पर महागठबंधन का पलड़ा भारी नज़र आ रहा है. दिलचस्प बात ये है कि जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व आरजेडी नेता पप्पू यादव वर्तमान में यहां से सांसद हैं. पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी इस बार तीसरे मोर्चे में समाजवादी पार्टी के साथ चुनाव लड़ रही है. ऐसे में मधेपुरा से एनडीए, महागठबंधन और तीसरे मोर्चे में दिलचस्प लड़ाई देखने को मिल सकती है.