नई दिल्ली. बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने राज्य के सीएम नीतीश कुमार के उस दावे को झुठला दिया है कि उनके कहने पर 2010 में बीजेपी नेताओं का डिनर कैंसिल हुआ था. सुशील मोदी ने सवाल किया कि वो नीतीश से ऐसा क्यों कहेंगे और नीतीश उनकी ऐसी बात क्यों मानेंगे जब न्योता उन्होंने ही दिया था.
मैं डिनर कैंसिल करने कहूं, इसका कोई लॉजिक नहीं है
इंडिया न्यूज़ के कार्यक्रम संवाद में एडिटर-इन-चीफ दीपक चौरसिया के साथ बातचीत में सुशील कुमार मोदी ने कहा कि गठबंधन टूटने के 25 महीने बाद नीतीश का ये दावा करना राजनीतिक दांव है कि मेरे कहने पर बीजेपी नेताओं का डिनर उन्होंने कैंसिल किया. उन्होंने सवाल किया कि मैं ऐसा क्यों कहूंगा, इसका कोई लॉजिक है क्या, और मैं कहूंगा भी तो वो मानेंगे क्यों.
सुशील मोदी ने कहा कि डिनर का न्योता नीतीश ने दिया था तो मेरे कहने पर क्यों रद्द कर दिए. उन्होंने कहा कि नीतीश ने बिहार के अतिथि देवो भव की परंपरा को तोड़ा और बीजेपी नेताओं का अपमान किया.
जंगलराज नहीं लौटे इसके लिए अपमान का घूंट पीकर गठबंधन जारी रखा
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि बीजेपी नेताओं का डिनर कैंसिल होने के बाद भी लालू यादव का जंगलराज फिर से बिहार में नहीं लौटे इसके लिए बीजेपी ने अपमान का घूंट पीकर नीतीश के साथ 2010 में गठबंधन को जारी रखा. उन्होंने दावा किया कि बीजेपी ने गठबंधन तोड़ने का मन बना लिया था लेकिन नीतीश ने बीजेपी के कई नेताओं से गठबंधन को नहीं तोड़ने का आग्रह किया.
एक-दूसरे की पीठ में खंजर भोंकने को तैयार बैठे हैं लालू-नीतीश
सुशील मोदी ने कहा कि लालू यादव और नीतीश कुमार एक दूसरे की पीठ में खंजर भोंकने को तैयार बैठे हैं. उन्होंने कहा कि एक म्यान में दो तलवार नहीं रह सकते. सुशील मोदी ने कहा कि ये लालू-नीतीश बड़ी मुश्किल से एक बार मंच पर साथ बैठे हैं और साथ में सभा तक नहीं कर रहे. उन्होंने कहा कि ये देखना दिलचस्प होगा कि ये दोनों कितने दिन साथ चलेंगे.
हिसाब देना चाहिए नीतीश को तो मांग रहे हैं नरेंद्र मोदी से
सुशील मोदी ने कहा कि लोग देख रहे हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 महीने में कितना अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार अपने 10 साल के काम का हिसाब नहीं दे रहे और उल्टा मोदी जी से हिसाब मांग रहे हैं.
सुशील मोदी ने कहा कि कायदे से नीतीश कुमार को अपने दस साल के कार्यकाल का हिसाब देना चाहिए. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी जी को अपने काम का हिसाब जनता को 2019 में देना है.
नीतीश के राजनीतिक डीएनए में विश्वासघात और धोखा
सुशील मोदी ने कहा कि विश्वासघात, धोखा, अपमानित करना नीतीश कुमार के राजनीतिक डीएनए का हिस्सा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी के 17 साल के रिश्ते को छोड़ दें तो नीतीश का इतिहास है कि उनके साथ दो-तीन साल से ज्यादा कोई नहीं टिका.
नरेंद्र मोदी नहीं आए तो परेशान, आने लगे तो भी परेशान
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह अपने कार्यकाल में 7 साल तक बिहार नहीं आए तो नीतीश कुमार और लालू यादव चुप रहे. उन्होंने कहा कि नरेंद्र मोदी 15 महीने नहीं आए तो ये लोग सवाल करने लगे और अब मोदी जी आने लगे हैं तो कह रहे हैं कि इतना क्यों आ रहे हैं.
पीएम डी-फैक्टो न हो तो प्रचार का नेतृत्व करता ही है
सुशील मोदी ने बिहार चुनाव में बीजेपी के प्रचार का नेतृत्व करने के सवाल पर कहा कि अगर प्रधानमंत्री डी-फैक्टो न हो तो वो पार्टी के प्रचार का नेतृत्व करता ही है. उन्होंने कहा कि बिहार की जनता का जनादेश नीतीश सरकार के कामकाज पर होगा, न कि मोदी सरकार के कामकाज पर.
मैं तो 25 साल से इफ्तार पार्टी देता हूं और टोपी पहनता हूं
चुनाव प्रचार के दौरान एक महिला नेता के हाथों मुस्लिम टोपी न पहनने की खबर पर सुशील मोदी ने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं हुई है. उन्होंने कहा कि वो 25 साल से इफ्तार पार्टी कर रहे हैं और हर बार टोपी पहनते और पहनाते हैं. उन्होंने कहा कि रमज़ान वाली टोपी पहनी उनकी कई फोटो मिल जाएंगी.
बहस की चुनौती तो नीतीश बराक ओबामा को भी दे सकते हैं
नीतीश कुमार द्वारा नरेंद्र मोदी को विकास के मसले पर सार्वजनिक बहस की चुनौती पर सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार चुनौती बराक ओबामा को भी दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि नीतीश को बहस करना है तो कायदे से उन्हें विधानसभा में विपक्ष के नेता नंदकिशोर यादव से करना चाहिए.
महिलाओं का ज्यादा वोट करना नीतीश के खतरे की घंटी
सुशील मोदी ने कहा कि बिहार के चुनावों में महिलाओं की ज्यादा संख्या में वोट के लिए जाना नीतीश कुमार के लिए स्पष्ट रूप से खतरे की घंटी है. उन्होंने कहा कि महिलाएं परिवर्तन के लिए निकली हैं क्योंकि राज्य में कानून व्यवस्था की हालत बिगड़ी है.
उन्होंने कहा कि बिहार में नीतीश सरकार में कदम कदम पर शराब की दुकानें खुल गईं हैं. सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश ने महिला आरक्षण विरोधी लालू यादव के साथ गठबंधन किया जिसको लेकर महिलाओं में बहुत आक्रोश है.