बेरूत. रूस ने सीरिया में स्थित ISIS के ठिकानों पर अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला किया है. इसी बीच जिहादियों ने मंगलवार को जवाबी हमलों का संकल्प लेते हुए दमिश्क स्थित रूसी दूतावास पर रॉकेट से हमले किए. सीरियाई संघर्ष में रूस की भागीदारी के बढ़ते नाटकीय प्रभाव के बीच राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूस के साथ सहयोग ना करने के लिए अमेरिकी सरकार की आलोचना की.
मॉस्को स्थित रूसी रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूसी वायु सेना ने पिछले 24 घंटे में सीरिया में 86 ‘आतंकी’ ठिकानों को निशाना बनाया, जोकि 30 सितंबर को शुरू हुए उसके अभियान में किसी एक दिन का सबसे बड़ा आंकड़ा है. मंत्रालय ने कहा कि वायु सेना ने इस्लामिक स्टेट आतंकी समूह के कई ठिकानों को निशाना बनाया. रूस का कहना है कि वह हवाई हमले में इस्लामिक स्टेट को निशाना बना रहा है.
साथ ही आज सीरिया में सैन्य दखल को लेकर रूस का आभार प्रकट करने के लिए आयोजित सरकार समर्थक लोगों की रैली के दौरान चरमपंथियों ने यहां रूसी दूतावास पर दो रॉकेट दागे. पहला रॉकेट दागे जाने के बाद परिसर के भीतर से धुआं उठता देखा गया. मौके से लोगों ने जैसे ही भागना शुरू किया तो दूसरा रॉकेट दागा गया. इस हमले में कोई नुकसान नहीं हुआ.
रूसी विदेश मंत्री सर्गई लावारोव ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, ‘निश्चित तौर पर यह आतंकवादी हमला आतंक के खिलाफ युद्ध के समर्थकों को डराने तथा उनको चरमपंथ के खिलाफ लड़ाई में शामिल नहीं होने देने के लिए किया गया.’