मधेपुरा को यादवों का गढ़ कहा जाता है. मधेपुरा मंडल आयोग की रिपोर्ट तैयार करने वाले बीपी मंडल का भी गृह जिला है.
मधेपुरा. मधेपुरा को यादवों का गढ़ कहा जाता है. मधेपुरा मंडल आयोग की रिपोर्ट तैयार करने वाले बीपी मंडल का भी गृह जिला है.
मधेपुरा जिले में विधानसभा की चार सीटें हैं. 2010 के विधानसभा चुनाव में 3 सीटों पर जेडीयू को जीत हासिल हुई थी जबकि एक सीट पर आरजेडी ने अपना प्रचम लहराया था. इस जिले की मधेपुरा सीट से आरजेडी जबकि सिंहेश्वर, बिहारीगंज औऱ आलमनगर सीट पर जेडीयू जीती थी.
इस बार के विधानसभा चुनाव में आरजेडी और जेडीयू साथ मिलकर चुनाव लड़ रही हैं इसलिए इन चार सीटों पर इन दोनों पार्टियों की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है, दिलचस्प बात ये है कि जन अधिकार पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व आरजेडी नेता पप्पू यादव वर्तमान में यहां से सांसद हैं. पप्पू यादव की जन अधिकार पार्टी इस बार तीसरे मोर्चे में समाजवादी पार्टी के साथ चुनाव लड़ रही है. ऐसे में मधेपुरा से एनडीए, महागठबंधन और तीसरे मोर्चे में दिलचस्प लड़ाई देखने को मिल सकती है.