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‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभ भाई पटेल की 73वीं पुण्यतिथि आज, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

आजादी के बाद सरदार पटेल ने बिना किसी युद्ध के 565 रियासतों का भारत में विलय कराया था। यही कारण है कि लोग उन्हें 'आयरन मैन' कहते हैं.आज (15 दिसंबर) सरदार पटेल की 73वीं पुण्य तिथि है.

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‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभ भाई पटेल की 73वीं पुण्यतिथि आज, PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि
  • December 15, 2024 12:42 pm Asia/KolkataIST, Updated 3 hours ago

नई दिल्ली: सरदार वल्लभभाई पटेल देश के प्रमुख स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे, जिन्होंने भारत को आजादी दिलाने में अहम भूमिका निभाई. आजादी के बाद सरदार पटेल ने बिना किसी युद्ध के 565 रियासतों का भारत में विलय कराया था। यही कारण है कि लोग उन्हें ‘आयरन मैन’ कहते हैं.आज (15 दिसंबर) सरदार पटेल की 73वीं पुण्य तिथि है. इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद किया.

PM मोदी ने दी श्रद्धांजलि

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर लिखा, ‘महान सरदार वल्लभभाई पटेल को उनकी पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि. उनके दूरदर्शी नेतृत्व और देश की एकता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता ने आधुनिक भारत की नींव रखी. उनका अनुकरणीय कार्य हमें एक मजबूत, अधिक एकजुट देश के निर्माण की दिशा में मार्गदर्शन करता है. हम उनके जीवन से प्रेरणा लेते रहेंगे और समृद्ध भारत के उनके सपने को साकार करने की दिशा में काम करते रहेंगे.

कई बार जेल भी गए

सरदार पटेल का जन्म 1875 में नडियाद, गुजरात में हुआ था. उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बैरिस्टर के रूप में की और बाद में राजनीति में शामिल हो गये। वह कांग्रेस के अध्यक्ष भी थे और स्वतंत्रता संग्राम में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं में से एक थे. सरदार पटेल ने कई रैलियां आयोजित की और ब्रिटिश सरकार को उखाड़ फेंका. देश को आजाद कराने के लिए वह कई बार जेल भी गए. लेकिन इस दौरान उन्होंने अपनी हिम्मत नहीं टूटने दी.

जानें कैसे हुआ निधन

सरदार पटेल की 15 दिसंबर 1950 को बम्बई (मुंबई) में दिल का दौरा पड़ने से मृत्यु हो गई. उन्होंने कई वर्षों तक अपने परिवार से दूर रहकर पढ़ाई की। इंग्लैंड जाने से पहले सरदार पटेल ने कानून की पढ़ाई की और गोधरा, बोरसाद और आनंद में प्रैक्टिस की। जब सरदार पटेल 36 वर्ष के थे, तब वे कानून की पढ़ाई करने के लिए इंग्लैंड चले गये. उन्होंने लंदन के इन्स ऑफ कोर्ट में मिडिल टेम्पल में प्रवेश लिया। उन्होंने अपना 36 महीने का कोर्स 30 महीने में पूरा किया।

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