मुंबई. शिवसेना ने कश्मीर में 4 भारतीय जवानों के शहीद होने पर मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया है. शिवसेना के मुखपत्र सामना में छपे एक लेख में कहा गया है कि मोदी सरकार की कमजोरी का खामियाजा भारतीय सैनिकों को उठाना पड़ रहा है.
‘सामना’ में छपे संपादकीय में कहा गया है कि यह कहने के बजाए कि पाकिस्तान आतंकवादियों को प्रायोजित कर रहा है, यह कहना बेहतर होगा कि पाकिस्तान ने इन आतंकवादियों को ‘स्वतंत्रता सैनिकों’ का दर्जा दिया है. उसने कहा, ‘हमारे बलों ने जिस तरह म्यांमा में घुसकर आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई की, हम पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में भी ऐसा करने में सक्षम हैं.’
लेख में कहा गया है कि भारतीय वायु सेना प्रमुख (एयर चीफ मार्शल अरुप राहा) का कहना है कि (पीओके में आतंकी शिविरों पर हमला करने का) निर्णय राजनीतिक नेतृत्व को लेना होगा. इससे यह समझ आता है कि हिम्मत और क्षमताओं की कमी नहीं है बल्कि ऐसा करने के लिए राजनीतिक इच्छाशक्ति की कमी है या यह है ही नहीं. पार्टी ने कहा, ‘शहीद जवानों के ताबूत पर पुष्पचक्र अर्पित करने में कौन सी बहादुरी है? एक बार पाकिस्तान में घुसो और आतंकवादियों को जड से ही खत्म कर दो.’ उसने पाकिस्तान की आलोचना करते हुए कहा, ‘जिन्हें हम मारते हैं, वे उन्हें शहीद की उपाधि देते हैं और उनकी याद में स्मारक बनाये जाते हैं.’