पटना. बिहार विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी ने घोषणा पत्र के रूप में अपना विजन डाक्यूमेंट पेश कर दिया. छात्रों को लैपटॉप और दलितों को रंगीन टीवी देने का वादा कर बीजेपी ने भी विकास के मुद्दे को एकतरफ रख उसी लोकलुभावन राजनीति की ओर ही कदम बढ़ा दिया है जिस पर पिछले कुछ समय से राजनीतिक दल जीत हासिल करते आए हैं.
पटना में वित्त मंत्री अरुण जेटली ने विजन डाक्यूमेंट पेश करते हुए कहा कि बिहार को बीमारू राज्य की श्रेणी से निकालकर विकास की दिशा में ले जाने के लिए बीजेपी ने यह संकल्प पत्र जारी किया है. वित्त मंत्री ने भी प्रधानमंत्री मोदी की तरह बिहार के चर्चित मेक इन इंडिया और डिजिटल इंडिया की तर्ज पर बिहार में भी मेक इन बिहार और डिजिटल बिहार कार्यक्रम शुरू करने का वादा किया.
नीतीश पर साधा निशाना
वहीं विजन डाक्यूमेंट जारी कर वित्त मंत्री ने राज्य में सत्तारूढ़ जेडीयू और उसके सहयोगी राजद पर जमकर निशाना साधा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए जेटली ने कहा कि साल 2005 के चुनावों में जनता ने जेडीयू और बीजेपी को इसलिए वोट दिया था कि वो उन्हें जंगलराज से मुक्ति दिलवाएंगे.
नीतीश ने बीजेपी से नाता तोड़कर उसी जंगलराज के निर्माताओं का हाथ पकड़ लिया जिससे आम जनता त्रस्त थी. इससे पहले कांग्रेस के शासन में भी बिहार का विकास नहीं हो सका और आम आदमी को रोजगार और रोटी की तलाश में अपना घर छोड़कर बाहर जाना पड़ा. उन्होंने बिहार के लोगों को चेताया कि अगर इस जंगलराज से मुक्ति पानी है तो बीजेपी को मौका दिया जाए. बीजेपी यहां एक स्थिर और सुदृढ सरकार देगी. जेटली ने मध्यप्रदेश का उदाहरण देते हुए कहा कि 15 साल पहले वहां भी ऐसे ही हालात थे लेकिन शिवराज सिंह के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के बाद वहां हर तरफ विकास की झलक दिखाई देती है. पिछले 15 सालों में जितना विकास वहां हुआ उतना आज तक किसी राज्य में नहीं हुआ.