जांच में भी हुआ साफ़, बीफ नहीं था अख़लाक़ के घर में

यूपी के दादरी इलाके में गाय का मांस रखने की अफवाह के बाद मोहम्मद अखलाक नाम के शख्स की हत्या पर नया विवाद खड़ा होता नज़र आ रहा है. गौतमबुद्धनगर डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन ने साफ़ कर दिया है कि उसके घर पर बीफ (गोमांस) नहीं दूसरा मांस रखा था. गौतमबुद्धनगर के डीएम एनपी सिंह के मुताबिक अखलाक के घर के फ्रिज में रखे मांस की जांच कराई गई. जांच में पता चला कि वह बीफ नहीं है.

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जांच में भी हुआ साफ़, बीफ नहीं था अख़लाक़ के घर में

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  • October 1, 2015 3:35 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
गाजियाबाद. यूपी के दादरी इलाके में गाय का मांस रखने की अफवाह के बाद मोहम्मद अखलाक नाम के शख्स की हत्या पर नया विवाद खड़ा होता नज़र आ रहा है. गौतमबुद्धनगर डिस्ट्रिक एडमिनिस्ट्रेशन ने साफ़ कर दिया है कि उसके घर पर बीफ (गोमांस) नहीं दूसरा मांस रखा था. गौतमबुद्धनगर के डीएम एनपी सिंह के मुताबिक अखलाक के घर के फ्रिज में रखे मांस की जांच कराई गई. जांच में पता चला कि वह बीफ नहीं है. 
 
यूपी के चीफ सेक्रेटरी ने इस मामले की जांच के आदेश भी दिए हैं. बताते चलें कि अखलाक के घर पर भीड़ ने हमला बोला था और उसकी हत्या करने के साथ ही 22 साल के बेटे को अधमरा करके छोड़ दिया था. यूपी के सीएम अखिलेश यादव ने अखलाक की जान लेने की घटना की कड़ी निंदा की है. अखिलेश ने कहा है कि इस मामले के दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा. 
 
क्या है मामला?
घटना बिसारा गांव में सोमवार रात हुई. गौतमबुद्ध नगर के डीएम एनपी सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों ने अफवाह फैला दी कि अखलाक के घर में गाय का मीट रखा हुआ है और वह गोवध में शामिल रहा है. गांववालों के मुताबिक, 16 सितंबर को बिसारा गांव में एक बछड़ा गायब हो गया था. सोमवार को बछड़े के शरीर के टुकड़े अखलाक के घर के करीब मिलने की अफवाह फैली. अफवाहों के मुताबिक, अखलाक एक पॉलीथिन में बीफ लेकर जा रहा था कि तभी कुत्ते उसके पीछे पड़ गए. इसके बाद, उसने वो पॉलीथिन वहीं फेंक दी.
 
एसएसपी किरन एस के मुताबिक, शुरुआती जांच में पता चला है कि स्थानीय मंदिर से इस बात का एलान किया गया कि अखलाक का परिवार गाय का मांस खाता है. एसएसपी के मुताबिक, हमें बताया गया है कि कुछ लोग मंदिर में घुसे और माइक्रोफोन से यह एलान किया. अफवाहों के बाद कुछ लोगों ने उसके घर पर हमला किया. अखलाक की 20 साल की बेटी साजिदा ने बताया, ”गांव के 100 से ज्यादा लोग घर पहुंचे. उन्होंने आरोप लगाया कि हमने घर में गाय का मीट रखा हुआ है. उन्होंने घर के दरवाजे तोड़ डाले और मेरे पिता और भाई को पीटने लगे. वे पिता को बाहर घसीटकर ले गए और उन्हें ईंटों से मारने लगे. हमें बाद में यह पता चला कि मंदिर में यह एलान किया गया कि हम बीफ खाते हैं.”
 
पिटाई की वजह से मेहनत-मजदूरी करके घर का खर्च चलाने वाले अखलाक की मौत हो गई, जबकि उसके बेटे दानिश को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. डॉक्टरों ने उसकी हालत गंभीर बताई है. इस मामले में मंदिर के पुजारी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. एसएसपी के मुताबिक, पुलिस ने दस लोगों के खिलाफ दंगे और मर्डर का मामला दर्ज किया है. इनमें से छह को गिरफ्तार किया जा चुका है. ये सभी लोग गांव के ही हैं. पुलिस ने बताया कि उन्होंने अखलाक के घर से बरामद मीट के सैंपल फोरेंसिक जांच के लिए लैब में भेजा है. वहीं, अखलाक की बेटी का कहना है कि फ्रिज में मटन रखा था, बीफ नहीं.
 
 
गिरफ्तारी के विरोध में आगजनी, तोड़फोड़
गिरफ्तारी के विरोध में मंगलवार को गांववालों ने तोड़फोड़ की. पुलिस की एक वैन समेत कई गाड़ियां तोड़ दी गईं. एक मोटरसाइकिल में आग लगा दी गई. हालात पर काबू पाने के लिए पुलिस को फायरिंग करनी पड़ी. हिंसा में एनटीपीसी में काम करने वाला एक 20 साल का युवक घायल हो गया. राहुल नाम के इस युवक का दावा है कि उसके पेट में पुलिस की चलाई गोली लगी. हालांकि, पुलिस ने कहा कि वह अभी इस बात की जांच कर रही है. डीएम ने कहा कि इलाके में अतिरिक्त पुलिस बल तैनात है और हालात काबू में हैं.

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