70% jobs for locals in MP: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शपथ ग्रहण के बाद किसानों का कर्ज माफ करते हुए ऐेलान किया था कि उन उद्योगों को छूट दी जाएगी, जहां 70 प्रतिशत कामगारों की आबादी एमपी की होगी. उन्होंने यहा भी कहा कि बिहार और यूपी के लोग यहां आकर नौकरियां पाते हैं, जिससे स्थानीय लोगों को नौकरियां नहीं मिलती.
नई दिल्ली.मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के बाद कमलनाथ ने न सिर्फ किसानों का कर्जा माफ किया बल्कि ऐेलान किया कि मध्य प्रदेश में 70% नौकरियां राज्य के लोगों को दी जाएंगी. कमलनाथ ने सोमवार को कहा कि मध्य प्रदेश में ऐसे उद्योगों को छूट मिलेगी, जिसमें 70 प्रतिशत नौकरी राज्य के लोगों को दी जाएंगी. उन्होंने यह भी कहा कि बिहार और यूपी जैसे राज्यों के लोगों की वजह से एमपी के स्थानीय लोगों को नौकरियां नहीं मिल रही है.
उनके इस बयान पर जब मंगलवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह कमलनाथ से इस बारे में बात करेंगे. कमलनाथ ने कहा था कि उनके इस कदम का मकसद ज्यादा से ज्यादा राज्य के लोगों को नौकरियां दिलाना है. पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस में नाथ ने कहा, ”उद्योगों को छूट तभी मिलेगी, जब वहां 70 प्रतिशत मध्य प्रदेश के लोग होंगे. मैंने इसके लिए फाइल पर साइन किए हैं.”
मंगलवार को संसद के बाहर राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जब तक पीएम नरेंद्र मोदी किसानों का कर्जा माफ नहीं कर देते, वह उन्हें चैन से सोने नहीं देंगे. राहुल ने हमला बोलते हुए कहा कि सरकार ने 15 बड़े उद्योगपतियों का लोन माफ किया, जिसमें अनिल अंबानी भी शामिल हैं, लेकिन पिछले 4 साल में किसानों का कर्ज माफ करने का कोई प्रयास नहीं किया. राहुल ने कहा, हमने 10 दिन में कर्जमाफी का वादा किया था लेकिन हमने 6 घंटे में यह कर दिखाया. 11 दिसंबर को आए छत्तीसगढ़, राजस्थान और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजों में कांग्रेस ने बीजेपी का सूपड़ा साफ दिया. छत्तीसगढ़ के नए सीएम भूपेश बघेल ने भी किसानों की कर्जमाफी का ऐलान किया है.