LIVE: जुकरबर्ग से बोले मोदी, दुनिया भारत की तरफ देख रही है

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फेसबुक के हेडक्वार्टर पहुंच चुके हैं. मार्क जुकरबर्ग का भिवादन करते हुए मोदी ने कहा कि मैं आपका बहुत आभारी हूं कि आज मुझे फेसबुक के हेडक्वॉर्टर पर आकर बहुत खुशी है. आपको बता दें कि मोदी हिंदी में सभी सवालों के जवाब दें रहे हैं. मोदी ने कहा कि फेसबुक का आभार के उसने दुनिया को आपस में जोड़ने का काम किया.

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LIVE: जुकरबर्ग से बोले मोदी, दुनिया भारत की तरफ देख रही है

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  • September 27, 2015 5:16 pm Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
कैलिफोर्निया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी फेसबुक के हेडक्वार्टर पहुंच चुके हैं. मार्क जुकरबर्ग का भिवादन करते हुए मोदी ने कहा कि मैं आपका बहुत आभारी हूं कि आज मुझे फेसबुक के हेडक्वॉर्टर पर आकर बहुत खुशी है. आपको बता दें कि मोदी हिंदी में सभी सवालों के जवाब दें रहे हैं. मोदी ने कहा कि फेसबुक का आभार के उसने दुनिया को आपस में जोड़ने का काम किया. 
 
मोदी ने कहा कि पिछले साल-सवा साल में आप किसी भारतीय से पूछें तो उनका नजरिया बदला है. वह भारत के प्रति बड़े गर्व के भाव से देखते हैं. पिछले 15 महीने में हमने लोगों को खोया विश्वास जगाया है. भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यस्था है. सारी रेटिंग एजेंसियां इस बात तो मान रही हैं। हमें अपनी अर्थव्यवस्था का दौरा बढ़ाना है.
 
मोदी से सवालः सोशल मीडिया से कैसे बदलाव आया?
जवाब- सोशल मीडिया से डिप्लोमेसी में बदलाव आया है. चीन में सोशल मीडिया में अलग स्ट्रक्चर है, लेकिन मैं वहां भी ऐक्टिव हूं. वहां में चाइनीज में संवाद करता हूं. मैंने वहां के पीएम को चीनी भाषा में बधाई थी. यह वायरल हो गया. मैंने इस्रायल के पीएम को उनके एक फेस्टिवल पर हिब्रू भाषा में बधाई दी. यह वायरल हो गया. उन्होंने मुझे हिंदी में जवाब दिया. यह डिप्लोमैसी का एक रूप है. सोशल मीडिया के कारण रियल टाइम इंफर्मेशन मिलती है. सरकार अगर सतर्क है तो सरकार इस जानकारी से पॉलिसी फ्रेमवर्क बना सकते हैं.
 
सवालः दुनिया भारत को आशा भरी नजरों से क्यों देखे?
मोदी का जवाबः दुनिया के करोड़ों लोगों को जोड़ने का अभिनंदन. भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यस्था है. सारी रेटिंग एजेंसियां इस बात तो मान रही हैं. हमें अपनी अर्थव्यवस्था का दौरा बढ़ाना है. पिछले साल-सवा साल में आप किसी भारतीय से पूछें तो उनका नजरिया बदला है. वह भारत के प्रति बड़े गर्व के भाव से देखते हैं. पिछले 15 महीने में हमने लोगों को खोया विश्वास जगाया है.
 
सवालः सोशल मीडिया से कैसे बदलाव आया?
जवाब: दुनिया के करोड़ों लोगों को जोड़ने का अभिनंदन. भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है. भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यस्था है. सारी रेटिंग एजेंसियां इस बात तो मान रही हैं. हमें अपनी अर्थव्यवस्था का दौरा बढ़ाना है. सवा साल में आप किसी भारतीय से पूछें तो उनका नजरिया बदला है. वह भारत के प्रति बड़े गर्व के भाव से देखते हैं. पिछले 15 महीने में हमने लोगों को खोया विश्वास जगाया है. 
 
सवालः आपकी सरकार भारत की जनता को कनेक्टेड रहने के लिए क्या कर रही है?
जवाब: आज जितना महत्व हाइवेज का है उतना आइवेज भी चाहिए. भारत में 600000 गांव हैं और करीब ढाई लाख पंचायते हैं. मेरी कोशिश है कि अगले पांच साल में इन सभी गांवों को ऑप्टिकल फाइबर नेटवर्क से जोड़ दूं. बहुत से देश हैं उन्हें नहीं पता है कि पैसे कहां लगाएं. मैं उन्हें पता दे रहा हूं कि भारत ही सही जगह है.
 
सवाल: क्या पिछले 15 महीने में भारत में बिजनस करना आसान हुआ है, मेक इन इंडिया क्या सफल होगा?
जवाब: अगर स्कूटर टर्न करना होता है, तो उसको कुछ सेकेंड लगते हैं लेकिन 40 डिब्बे वाली ट्रेन को टर्न करने में समय लगता है. भारत में 40 साल पहले बैंकों को राष्ट्रीयकरण हुआ. मकसद था कि बैंक गरीबों के काम आने चाहिए लेकिन 40 साल में 60 फीसदी आबादी का बैंक खाता नहीं था. हमने 100 दिन में 180 मिलियन बैंक अकाउंट खोल दिए. अब आप स्पीड देखिए, स्केल देखिए. यह बदलाव की स्पीड है. मेक इन इंडिया की सफलता का मंत्र यह है कि भारत में लोक कोस्ट मैन्युफैक्चरिंग, सबसे बड़ा मार्केट, स्किल्ड मैन पावर है. पिछले 15 महीने में अकेले अमेरिका से एफडीआई 87 प्रतिशत ग्रोथ है.
 
सवालः महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए क्या योजना है?
जवाब: दुनिया में भगवान की कल्पना सभी समाजों में है. हर किसी समाज में भगवान पुरुष ही है. अकेला हिंदुस्तान है जहां स्त्री भगवान की कल्पना की गई है. दुर्गा, सरस्वती, काली.. आदि. जहां तक भारत का सवाल है अगर हमें आर्थिक विकास के टारगेट का हासिल करना है तो अपनी आधी आबादी को घर में बंद नहीं रख सकते हैं. नारी शक्ति को विकास यात्रा में शामिल करना होगा. हम इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं. आज भी दुनिया के कई देश हैं, जहां महिला का चुनाव जीतना मुश्किल है. भारत में अनेक राज्य ऐसे हैं जहां स्थानीय निकायों में 50 फीसदी महिलाओं के लिए आरक्षण है. संसद और विधानसभाओं में भी उनकी भागीदारी तय करने के लिए बहस चल रही है. मैं जब गुजरात का सीएम था तो मैंने स्कूलों में पिता के साथ माता के नाम को भी जरूरी कर दिया था. 

 

 
 
 

 

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