नई दिल्ली. सोमनाथ भारती की मुश्किलें कम नहीं हो रही हैं. सुप्रीम कोर्ट में उनकी अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई सोमवार को होगी. तब तक उनकी गिरफ्तारी पर कोई रोक नहीं है, लेकिन वे पुलिस से भागते फिर रहे हैं. सोमनाथ पर कार्रवाई नहीं करने को लेकर विपक्ष ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है.
दिल्ली पुलिस के साथ लुकाछिपी का खेल खेल रहे दिल्ली के पूर्व कानून मंत्री सोमनाथ भारती का कुछ पता नहीं चल पाया है . अपनी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल के तल्ख तेवरों के बाद भी सोमनाथ भारती पुलिस के सामने पेश नहीं हो रहे हैं.
सोमनाथ भारती सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई का इंतजार कर रहे हैं. कोर्ट ने अग्रिम जमानत पर सुनवाई की तारीख सोमवार 28 सितंबर तय की है, और तब तक सोमनाथ शायद ही पुलिस के सामने पेश होने जैसा कोई कदम उठाएं. सोमनाथ भारती के मामले को लेकर आम आदमी पार्टी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल खड़ा हो रहा है. सोमनाथ भारती पर पत्नी लिपिका मित्रा ने जान से मारने की कोशिश और दहेज उत्पीड़न का केस दर्ज कराया है. लिपिका ने अरविंद केजरीवाल से दोस्त की बजाए सीएम की तरह मदद करने की अपील की है.
सोमनाथ की फरारी को खुद अरविंद केजरीवाल पार्टी के लिए शर्मिंदगी की वजह बता चुके हैं, लेकिन इतनी शर्मिंदगी के बावजूद केजरीवाल ने सोमनाथ के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की, विपक्ष ये सवाल उठा रहा है. सोमनाथ भारती पर इससे पहले भी मालवीय नगर में एक अफ्रीकी महिला से बदसलूकी करने और महिलाओं पर अभद्र टिप्पणी करने का आरोप लग चुका है और अब दहेज उत्पीड़न और जान से मारने की कोशिश जैसे संगीन आरोप हैं. ऐसे में लगता है कि पार्टी ने सोमनाथ को कानून के सामने पेश होने की सलाह देकर अपना पल्ला झाड़ लिया है.