लखनऊ. यूपी सरकार ने एक बुजुर्ग टाइपिस्ट से बदसलूकी और उसका टाइपराइटर तोड़ने वाले पुलिस इंस्पेक्टर को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है. बता दें कि जीपीओ के फुटपाथ पर सचिवालय चौकी प्रभारी प्रदीप कुमार ने बुजुर्ग कृष्ण कुमार के साथ दुर्व्यवहार किया था. डीएम ने सीएम के निर्देश पर उन्हें एक नया टाइपराइटर भी भेंट किया. इन सब कवायदों के बावजूद सवाल यही है कि देश की पुलिस आम आदमी के साथ ऐसा व्यवहार करने की हिम्मत कहां से लाती है.
सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि पूरी घटना को सोशल मीडिया पर साफ देखा गया, जिसमें चौकी प्रभारी द्वारा टाइपिस्टों के साथ खुलकर बदसलूकी की जा रही थी. मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने पूरे प्रकरण को संज्ञान में लेते हुए अधिकारियों को मामले की जांच करने और तत्काल अपनी आख्या प्रस्तुत करने के निर्देश दिए. हजरतगंज क्षेत्र के क्षेत्राधिकारी द्वारा की गई जांच में चौकी प्रभारी को दोषी पाया गया. इसके बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें निलंबित करने के आदेश दिए.
डीएम, एसएसपी ने घर पहुंचाया टाइपराइटर
मुख्यमंत्री ने डीएम से कहा कि वह बुजुर्ग कृष्ण कुमार से मिलकर उनकी हर संभव सहायता करें और दरोगा पर कड़ी कार्रवाई हो. इस फरमान के कुछ देर बाद ही डीएम राजशेखर ने नया टाइपराइटर मंगवाया और रात 11:30 बजे डीएम और एसएसपी गोमती नगर के विरामखंड में कृष्ण कुमार के घर पहुंचे. दोनों अफसरों ने दारोगा प्रदीप कुमार की करतूत पर क्षमा मांगी और बुजुर्ग को बताया कि आरोपी को निलंबित कर दिया गया है.