नई दिल्ली. गुजरात में आरक्षण आंदोलन हिंसक होता जा रहा है. हार्दिक पटेल ने ऐलान किया है कि अगर उन्हें उनका हक़ नहीं मिला तो उसके लिए हिंसा भी करनी पड़ी तो मैं वो भी करूंगा. अगर मेरे पास ताकत होगी तो मैं भी पुलिसवालों को पीटने का कोई भी मौका नहीं छोड़ूगा.
एक साप्ताहिक पत्रिका को दिए गए इंटरव्यू में हार्दिक ने कहा कि गुजरात में दंगे जैसी स्थितियां बनी हैं. गुजरात में जो कुछ भी हुआ उसके लिए सरकार और पुलिस जिम्मेदार है. जिस तरह से पुलिस ने लोगों को घरों में घुसकर पीटा और महिलाओं के साथ बदसलूकी की, वह कहीं से भी सही नहीं था. इससे पहले हार्दिक ने दंगो जैसी स्थिति में पाटीदार समुदाय से शांति रखने की अपील की थी. कुछ ही दिन पहले हार्दिक की गिरफ्तारी हुई थी और कुछ ही घंटों बाद उन्हें छोड़ दिया गया था.
सरकार आपतकाल जैसी स्थिति बना रही है
इसके अलावा हार्दिक का आरोप है, ‘गुजरात सरकार और केंद्र सरकार मिलकर देश में आपातकाल जैसे हालात पैदा कर रही हैं’ इन्होंने इंटरनेट बंद कर दिया है. हमारे नेताओं के फोन भी टैप किए जा रहे हैं. यह पूरी तरह गैरकानूनी और भारतीय संविधान के खिलाफ है.’ कटियार ने मुख्यमंत्री को चेतावनी दी, ‘अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं, हम 27 करोड़ लोग देशभर में प्रदर्शन करेंगे.’