बेंगलुरु भी पहुंचा मीट बैन का सिलसिला, गणेश चतुर्थी पर बैन

मीट बिक्री पर प्रतिबंध का सिलसिला आईटी सिटी बेंगलुरु तक पहुंच गया है. यहां बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने 17 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर मीट की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. हर वर्ष गांधी जयंती के दिन भी मीट बिक्री पर प्रतिबंध रहता है. यहां खास है कि मीट बिक्री प्रतिबंधित करने का फैसला कांग्रेस-जनता दल (सेकुलर) के कब्जे वाली बीबीएमपी का है.

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बेंगलुरु भी पहुंचा मीट बैन का सिलसिला, गणेश चतुर्थी पर बैन

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  • September 16, 2015 3:40 am Asia/KolkataIST, Updated 9 years ago
बेंगलुरु. मीट बिक्री पर प्रतिबंध का सिलसिला आईटी सिटी बेंगलुरु तक पहुंच गया है. यहां बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने 17 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर मीट की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है. हर वर्ष गांधी जयंती के दिन भी मीट बिक्री पर प्रतिबंध रहता है. यहां खास है कि मीट बिक्री प्रतिबंधित करने का फैसला कांग्रेस-जनता दल (सेकुलर) के कब्जे वाली बीबीएमपी का है.
 
बीबीएमपी की ओर से मंगलवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार, “संयुक्त निदेशक (पशुपालन) ने 17 सितंबर को गणेश चतुर्थी के अवसर पर बीबीएमपी की सीमा के भीतर जानवरों के काटने और मीट की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है.” प्रतिबंध के बारे में बीबीएमपी आयुक्त जी कुमार नायक ने बताया, “पर्वों के अवसर पर ऐसे प्रतिबंध लगाना एक सामान्य प्रक्रिया है.”
 
सूबे के खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री दिनेश जी राव ने मीट बिक्री पर प्रतिबंध के फैसले से सरकार और खुद को अलग रखा है. उन्होंने कहा, “बीबीएमपी ने फैसला लिया है, यह एक सामान्य चीज है. राज्य सरकार ने ऐसा कोई फैसला नहीं लिया है.” मालूम हो, इससे पहले मुंबई में मीट प्रतिबंध को लेकर विवाद छिड़ चुका है. हालांकि बांबे हाई कोर्ट के दखल के बाद इसे सिर्फ दो दिन के लिए ही सीमित कर दिया गया है. हरियाणा और राजस्थान में भी जैन समुदाय के पर्युषण पर्व पर मीट बिक्री पर प्रतिबंध लग चुका है.
 

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