मुंबई. बॉम्बे हाईकोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को कड़ी फटकार लगाई है. कोर्ट ने कहा है कि महाराष्ट्र में लोग सूखे से मर रहे हैं और आप कुंभ में शाही स्नान करा रहे हैं. कोर्ट ने कहा है कि शाही स्नान के लिए पानी छोड़ना गैरकानूनी है और सरकार को इस फैसले के लिए पुनर्विचार करना चाहिए. हाईकोर्ट ने अपना यह फैसला प्रोफेसर देसारदा की याचिका पर सुनवाई करते हुए दिया है.
प्रोफेसर देसारदा ने याचिका दाखिल करते हुए कहा है कि पानी की कमी के कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं और कुंभ के लिए पानी छोड़कर सरकार राष्ट्रीय वॉटर पालिसी का उल्लंघन कर रही है. राष्ट्रीय वॉटर पालिसी में साफ़-साफ़ कहा गया है कि पानी पहले कृषि के लिए और बाद में व्यवसायिक इस्तेमाल के लिए खर्च किया जायेगा.
आपको बता दें महाराष्ट्र में सूखे के कारण किसान आत्महत्या कर रहे हैं.पिछले सात दिनों में सूखे से 35 किसान खुदखुशी कर चुके हैं.अनुमानों के मुताबिक महाराष्ट्र में 22 जिलों के 19,059 गांव सूखे से प्रभावित हैं, जिनमें से ज्यादातर विदर्भ और मराठवाड़ा क्षेत्र में आते हैं. पानी की कमी के चलते यह आंकड़ा बढ़कर अब 24,700 हो गया है.