नई दिल्ली. केंद्र में सत्ता में आने के बाद बीजेपी ने अपनी सबसे बड़ी रणनीतिक बैठक की शुरुआत की, लेकिन यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने संबोधित नहीं किया. आडवाणी भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और सबसे […]
नई दिल्ली. केंद्र में सत्ता में आने के बाद बीजेपी ने अपनी सबसे बड़ी रणनीतिक बैठक की शुरुआत की, लेकिन यह अभी तक साफ नहीं हो पाया है कि राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक को पार्टी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने संबोधित नहीं किया. आडवाणी भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक हैं और सबसे कद्दावर नेता हैं.
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सभी बैठकों में उन्होंने हिस्सा लिया और संबोधित किया. केवल गोवा में आयोजित उस बैठक से उन्होंने दूरी बना ली थी जिसमें नरेंद्र मोदी को लोकसभा चुनाव में पार्टी के प्रचार अभियान का प्रमुख बनाए जाने की घोषणा की गई थी. आडवानी ने न केवल दूरी बनाई बल्कि पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा देने का पत्र भी भेज दिया था. पार्टी के साथ दूरी बना लेने के उनके फैसले पर बाद में विचार किया गया. बाद में एक से अधिक बार आडवाणी ने आम चुनाव में भाजपा की जीत के लिए मोदी को धन्यवाद दिया.