नई दिल्ली. दिल्ली यूनिवर्सिटी स्टूडेंट यूनियन की चारों सीटों पर लगातार दूसरे साल ABVP ने कब्जा जमा लिया. DUSU के चुनाव नतीजों पर आज हम चर्चा इसलिए कर रहे हैं कि क्योंकि ताबड़तोड़ बहुमत के साथ दिल्ली की सत्ता पर काबिज केजरीवाल भी इस बार DUSU के अखाड़े में थे.
केजरीवाल की पार्टी की यूथ विंग CYSS यानि छात्र युवा संघर्ष समिति पहली बार DUSU के चुनावी मैदान में थी और इसके लिए केजरीवाल के चेहरे के जमकर इस्तेमाल किया गया था. CYSS ने चुनावी पोस्टरों में अपने उम्मीदवारों की बजाय केजरीवाल की तस्वीर को ज्यादा अहमियत दी थी और तो और खुद केजरीवाल ने भी डीयू की फ्रेशर्स पार्टी के बहाने DUSU में सेंध लगाने की भरपूर कोशिश की थी, लेकिन आज जो नतीजे आए, उसने सबको हैरान कर दिया है.
केजरीवाल की युवा ब्रिगेड इस चुनाव में तीसरे और चौथे नंबर पर खड़ी रह गई. ऐसे में सवाल उठना लाजमी है कि क्या यूथ के आइकॉन होने का दावा करने वाले केजरीवाल को युवाओं ने महज तीन साल में ही नकार दिया ? बीच बहस में आज इसी मसले पर चर्चा हुई.