देहरादून. मसूरी स्थित लाल बहादुर शास्त्री राष्ट्रीय प्रशासनिक अकादमी में फर्जी भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) की अधिकारी के रूप में पिछले छह माह से भी अधिक समय से रह रही महिला को गिरफ्तार किया गया है. महिला ने आईएएस अधिकारी के रूप में फर्जी पहचान-पत्र बनवा रखा था. रूबी चौधरी नाम की इस महिला को गिरफ्तार करके उसे पहले देहरादून में नजरबंद रखा गया था.
लेकिन राज्य सरकार के शीर्ष अधिकारियों से मंजूरी मिलने के बाद शुक्रवार देर रात पुलिस अधिकारियों की एक टीम ने उसे हिरासत में ले लिया. रूबी के परिवार और संबंधियों से पहले ही पूछताछ की जा चुकी है. रूबी के माता-पिता ने उससे नाता तोड़ दिया है. वहीं, रूबी ने आरोप लगाया है कि अकादमी में लाइब्रेरियन की नौकरी देने के लिए जैन ने उससे 20 लाख रुपये की मांग की थी, जिसमें से वह पांच लाख रुपये पहले ही दे चुकी है. इससे पहले उत्तराखंड सरकार उस समय दंग रह गई, जब इस बात का खुलासा हुआ कि एक महिला फर्जी पहचान पत्र के साथ मसूरी अकादमी में पिछले कई महीनों से अवैध तरीके से रह रही है. पिछले साल अकादमी के दौरे पर आए राष्ट्रपति मुखर्जी के साथ आईएएस प्रशिक्षु के समूह फोटोग्राफ में भी वह शामिल थी.
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