नई दिल्ली : कल यानी रविवार को देश के 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए काउंटिंग की जाएगी। उपचुनाव वाली इन सीटों में पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के परिवार का गढ़ कहलाने वाली हरियाणा की आदमपुर सीट भी शामिल है. भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई (आदमपुर सीट) और अनंत […]
नई दिल्ली : कल यानी रविवार को देश के 6 राज्यों की 7 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के लिए काउंटिंग की जाएगी। उपचुनाव वाली इन सीटों में पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के परिवार का गढ़ कहलाने वाली हरियाणा की आदमपुर सीट भी शामिल है. भजन लाल के पोते भव्य बिश्नोई (आदमपुर सीट) और अनंत सिंह की पत्नी नीलम देवी (मोकामा सीट) और ऐसे कई दिग्गजों का नाम इसमें शामिल है जिनकी किस्मत का फैसला इन उपचुनावों में किया जाएगा.
बिहार की मोकामा सीट पर उपचुनाव कराना पड़ रहा है. क्योंकि इस सीट से अनंत सिंह को अयोग्य घोषित किया गया था. इसके अलावा बिहार की गोपालगंज सीट, महाराष्ट्र की अंधेरी (पूर्व) सीट, तेलंगाना की मुनुगोडे सीट, उत्तर प्रदेश की गोला गोकर्णनाथ सीट और ओडिशा की धामनगर सीट पर रविवार को काउंटिंग के बाद नतीजे सामने आएँगे. इन सात सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा और क्षेत्रीय पार्टी पर होगा. इनमें से तीन सीटें भगवा दल के पास थीं, जबकि दो कांग्रेस के पास. इसी तरह शिवसेना और राजद के पास भी एक-एक सीटें थीं.
बिहार के उपचुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और राजद के बीच होने वाला है. हरियाणा की बात करें तो यहां भगवा दल का मुकाबला कांग्रेस, आईएनएलडी और आम आदमी पार्टी (आप) से होगा. तेलंगाना में भाजपा का मुकाबला तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) से होगा और उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी और ओडिशा में बीजू जनता दल (बीजद) से होगा. भाजपा गोल गोकर्णनाथ सीट और धामनगर सीट पर अपनी जीत बनाए रखना चाहती है.
इसलिए भाजपा ने इन सीटों पर सहानुभूति पाने के लिए मौजूदा विधायकों के बेटों को मैदान में उतारा है जिनका निधन हो चुका है और फिर इस सीट पर उपचुनाव करवाया जा रहा है. गोल गोकर्णनाथ सीट की बात करें तो यहां से भाजपा विधायक अरविंद गिरि का निधन हो गया था. जिस कारण छह सितंबर को ये सीट रिक्त हो गई थी. इस सीट पर उपचुनाव में कांग्रेस और बसपा सामने नहीं आ रहे हैं. इसलिए मुख्य मुकाबला सपा उम्मीदवार और गोला के पूर्व विधायक विनय तिवारी और भाजपा के अमन गिरि के बीच होने वाला है.
बीजद की अबंती दास धामनगर सीट पर इकलौती महिला उम्मीदवार हैं. इस सीट पर भाजपा विधायक बिष्णु चरण सेठी थे जिनका निधन हो गया था जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव करवाए जा रहे हैं. भाजपा ने सेठी के बेटे सूर्यबंशी सुराज को इस बार मैदान में उतारा है. वहीं भजन लाल के छोटे बेटे कुलदीप बिश्नोई ने कांग्रेस से इस्तीफ़ा दे दिया था और वह भाजपा में शामिल हो गए थे. जिसके बाद आदमपुर सीट पर उपचुनाव करवाए गए. आदमपुर सीट पर वर्ष 1968 से भजन लाल परिवार का ही कब्ज़ा रहा है. आदमपुर सीट से दिवंगत पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल नौ बार और उनकी पत्नी जस्मा देवी एक बार तथा उनके बेटे कुलदीप चार बार विधायक गद्दी ग्रहण कर चुके हैं.
मोकामा सीट पर इसके पहले राजग का ही कब्ज़ा रहा था. जबकि गोपालगंज सीट पर राजद ही हमेशा से काबिज़ रही. वहीं इस सीट पर भाजपा पहली बार चुनावी मैदान में उतर रही है. क्योंकि इसके पहले बीजेपी ने यह सीट अपने सहयोगियों के नाम कर दी थी. भाजपा और राजद, ने इस बार इस सीट पर अपने स्थानीय बाहुबलियों के पत्नियों को मैदान में उतारा है. सोनम देवी को मोकामा सीट से भाजपा ने अपना उम्मीदवार बनाया है. भाजपा ने कुसुम देवी को बिहार की गोपालगंज सीट से मैदान में उतारा है. कुसुम देवी दिवंगत विधायक सुभाष सिंह की पत्नी हैं, यहां से राजद के उम्मीदवार मोहन गुप्ता और बसपा उम्मीदवार इंदिरा यादव रहीं. गौरतलब है कि इंदिरा पूर्व मुख्यमंत्री लालू यादव के साले साधु यादव की पत्नी हैं.
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