नई दिल्ली. केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा है कि केंद्र सरकार दाऊद इब्राहिम और हाफिज सईद जैसे देश के दुश्मनों के खिलाफ स्पेशल पाकिस्तान में घुसकर ऑपरेशन को अंजाम दे सकती है. एक टीवी चैनल को दिए इंटरव्यू में सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री राठौड़ ने कहा कि किसी के खिलाफ कार्रवाई करने से पहले कुछ बताया नहीं जाएगा.
क्या -क्या बोले राठौड़
राठौड़ से जब यह पूछा गया कि म्यांमार में भारतीय सेना घुसपैठियों के खिलाफ स्पेशल ऑपरेशन कर सकती है तो दाऊद के खिलाफ क्यों नहीं. इस पर उन्होंने कहा, “हो सकता है दाऊद के खिलाफ भी करें लेकिन करने से पहले कोई चर्चा नहीं की जाएगी. करने के बाद हो सकता है इस बारे में कुछ कहा जाए. ये डिपेंड करता है कि उस ऑपरेशन को सरकार क्या दर्जा देती है. वो कोवर्ट ऑपरेशन भी हो सकता है और स्पेशल ऑपरेशन भी.’ राठौड़ ने ये भी कहा कि भारत केवल डोजियर ही नहीं दे रहा है बल्कि हमारे पास दूसरे ऑप्शन भी खुले हैं. हम साम, दाम, दंड और भेद सब अपनाएंगे. उन्होंने कहा कि डोजियर तो देंगे ही इसके अलावा बाकी सब कुछ भी होगा.
गलतफहमी में न रहे पाकिस्तान
राठौर ने आगे कहा कि हिंदुस्तान का दुश्मन चाहे कहीं भी बैठा हो, वो इस गलतफहमी में न रहे कि हम उसके खिलाफ कुछ सोच नहीं रहे हैं. हम हर वक्त अपने दुश्मन को ठिकाने लगाने के लिए तैयार रहते हैं. उन्होंने कहा कि कोवर्ट ऑपरेशन की हो सकता है चर्चा भी न हो, कई देश करते हैं. स्पेशल ऑपरेशन की चर्चा पहले तो नहीं होती, बाद में हो सकती है. ये तो सरकार का फैसला है कि कब करें. हो सकता है ये अभी हो रहा हो. ये भी हो सकता है कि नहीं हो रहा हो लेकिन इतना तो तय है कि चर्चा होगी लेकिन सब होने के बाद.
बातचीत ही आखिरी रास्ता है
राठौड़ ने कहा कि सरकार अब भी यही सोचती है कि पाकिस्तान से रिश्तों में आगे बढ़ने के लिए बातचीत ही सबसे अच्छा विकल्प है लेकिन आज के हालात में बातचीत तभी हो सकती है जब आतंकवाद पहले खत्म किया जाए. बता दें कि म्यांमार में इंडियन आर्मी के स्पेशल ऑपरेशन के बाद 9 जून को राठौड़ ने एक ट्वीट में कहा था, “इंडियन आर्मी ने दुश्मनों को घर में घुसकर मारा है. यह देश के दुश्मनों को करारा जवाब है. कुशल नेतृत्व और मजबूत सरकार.