नई दिल्ली. इलाहाबाद हाईकोर्ट के एक आदेश के मुताबिक यूपी में अब सभी मदरसों को 15 अगस्त और 26 जनवरी जैसे राष्ट्रीय पर्व मनाना जरूरी हो गया है. आदेश के तहत मदरसों की इमारत पर तिरंगा फहराना होगा और इसमें पढ़ने वाले बच्चे राष्ट्रगान गाएंगे.
कोर्ट के इस आदेश से एक नई बहस छिड़ गई है. कुछ लोगों का कहना है कि मदरसों को सरकार से अनुदान मिलता है, लिहाजा मदरसों को तिरंगा फहराना और राष्ट्रगान गाना अनिवार्य होना चाहिए. वहीं दूसरी ओर मदरसों से जुड़े लोगों का कहना है कि ये सब पहले भी होता था, आदेश निकालने की क्या जरूरत थी.
कई लोगों की ये भी दलील है कि मुसलमानों से देशभक्ति का सर्टिफिकेट मांगा जा रहा है, जो गलत है. सवाल उठता है कि क्या वाकई में मदरसों में तिरंगा फहराना और राष्ट्रगान गाने का आदेश निकालना जरूरी था. लेकिन अहम सवाल ये भी है कि इस देश में तिरंगा फहराने और राष्ट्रगान गाने से भला किसी को आपत्ति क्यों होनी चाहिए ?
वीडियो पर क्लिक करके देखिए पूरी बहस: