नई दिल्ली. साइना नेहवाल बैडमिंटन वर्ल्ड फ़ेडरेशन (बीडब्लूएफ़) की रैंकिग के महिला सिंगल में पहले स्थान पर पहुंच गई हैं. विश्व चैंपियनशिप के फ़ाइनल में हारने के बावजूद ऐसा करने वाली वे भारत की पहली महिला हैं. बैडमिंटन वर्ल्ड फ़ेडरेशन (बीडब्लूएफ़) की ओर से गुरुवार को जारी रैंकिंग के मुताबिक़ साइना कुल 82792 अंक के साथ पहले स्थान पर हैं. भारत का गौरव साइना नेहवाल की इसी कहानी को आज इंडिया न्यूज़ अपने विशेष शो बेटियां में आपके लिए लेकर आया है.
साइना नेहवाल का जन्म 17 मार्च, 1990 को हिसार, हरियाणा में हुआ. माता-पिता दोनों ही बैडमिंटन खिलाड़ी होने के कारण साइना नेहवाल की रुचि बचपन से ही बैडमिंटन में थी. उनके पिता हरवीर सिंह ने बेटी की रुचि को देखते हुए उसे पूरा सहयोग और प्रोत्साहन दिया. 8 वर्ष की आयु में ही बैडमिंटन खेलना शुरू करने वाली साइना नेहवाल को भारत सरकार द्वारा पद्म श्री और राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है. साइना का प्रारम्भिक प्रशिक्षण हैदराबाद के ‘लाल बहादुर स्टेडियम’ में कोच नानी प्रसाद के संरक्षण में हुआ.
साइना नेहवाल भारत सरकार द्वारा पद्म श्री और भारत का सर्वोच्च खेल पुरस्कार राजीव गाँधी खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित हो चुकीं हैं. लंदन ओलंपिक 2012 में साइना नेहवाल ने इतिहास रचते हुए बैडमिंटन की महिला एकल स्पर्धा में कांस्य पदक हासिल किया. बैडमिंटन में ऐसा करने वाली साइना नेहवाल भारत की पहली खिलाड़ी हैं. साइना बीजिंग ओलंपिक 2008 में भी क्वार्टर फाइनल तक पहुंची थीं. वह विश्व कनिष्ठ बैडमिंटन चैम्पियनशिप जीतने वाली पहली भारतीय हैं. साइना नेहवाल बैडमिंटन की विश्व रैंकिग में वर्तमान में शीर्ष स्थान पर हैं.
एजेंसी इनपुट भी