नोटबंदी का एक साल: अरुण जेटली बोले, नोटबंदी नैतिक काम था, असली लूट तो 2जी – CWG में हुई
8 नवंबर को नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसे सरकार का बड़ा कदम बताया है. अरुण जेटली ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अर्थव्यवस्था के लिए नोटबंदी जरूरी था
November 7, 2017 11:25 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: 8 नवंबर को नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इसे सरकार का बड़ा कदम बताया है. अरुण जेटली ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि अर्थव्यवस्था के लिए नोटबंदी जरूरी था. उन्होंने ने कहा कि बैंकों में कैश आना अच्छी बात है. नोटबंदी बड़ा विचार था इसकी देश-विदेश में चर्चा हुई. अरुण जेटली ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि 10 साल तक कांग्रेस ने कुछ नहीं किया. कांग्रेस का मकसद परिवार सेवा और हमारा देश सेवा है. कांग्रेस ने नोटबंदी को लूट कहा, जबकि लूट तो वो है जो 2जी और सीडब्ल्यूजी में हुई. कांग्रेस की नैतिकता और हमारी नैतिकता में अंतर है. नोटबंदी से देश की अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी. 18 लाख लोगों की आय से ज्यादा संपत्ति का पता चला. नोटबंदी के बाद 2 साल से काम नहीं करने वाली 2 लाख 24 हजार कंपनियों को बंद किया. पहले की अपेछा देश में डिजिटल लेने-देन को बढ़ावा मिला है. कर दाताओं की संख्या में बढ़ोतरी हुई.
जेटली ने कहा कि पूरे जीडीपी का पूरा 12 प्रतिशत का हिस्सा कैश हो और इसका भी 86 फीसदी बड़ी करेंसी थी. उन्होंने कहा कि पीएम नरेंद्र मोदी ने बदलाव की कोशिश की है. हमारी सरकार ने बदलाव किए, एक के बाद एक सुधार कार्यक्रम भी जारी है. अर्धव्यवस्था में ज्यादा कैश लेनदेन जूरूरी नहीं है. जेटली ने कहा कि पिछले एक वर्ष में रिसोर्स अवेलिबिलिटी बढ़ी है. बैंकों में, बाजारों में पैसा बढ़ा है. यह अर्थव्यवस्था के लिए ठीक है. नोटबंदी से लैशकैश इकॉनमी की ओर बढ़ने का प्रयास है. उन्होंने कहा कि जितनी तेजी के साथ डीमोनेटाइजेशन किया गया वह अपने आप में एक उदाहरण था. पूरे विश्व में इतनी सरलता से इतनी बड़ी रकम को बदला गया. जेटली ने कहा कि नोटबंदी के बाद नया कैश लगभग तुरंत ही आ गया इसलिए इससे कोई समस्या नहीं हुई. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार पूरी तरह से तैयार थी और इसे ठीक से लागू नहीं किया गया ऐसा कहना गलत होगा. वही टेरर फंडिंग पर अरुण जेटली ने कहा कि नोटबंदी के फैसले के बाद टेरर फंडिंग पर लगाम लगी है.
मनमोहन सिंह ने नोटबंदी और जीएसटी पर साधा निशाना
वित्त मंत्री अरुण जेटली के प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने गुजरात विधानसभा चुनाव प्रचार में केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. पूर्व पीएम ने कहा कि 8 नवंबर 2016 भारत के लोकतंत्र के इतिहास का काला दिन था. उन्होंने कहा कि कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए नोटबंदी का फैसला गलत था. विश्व में किसी भी देश ने ऐसा फैसला नहीं लिया जिसमें 86 फीसदी करेंसी को एक साथ वापस ले लिया हो. मनमोहन सिंह ने नोटबंदी को एक संगठित लूट और कानूनी डाका करार दिया. नोटबंदी का जो मकसद था वो आज तक पूरा नहीं हो पाया.