गुजरात चुनाव 2017: मनमोहन सिंह ने नोटबंदी, जीएसटी और बुलेट ट्रेन को लेकर केंद्र पर साधा निशाना
अहमदाबाद. गुजरात में दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी जोर शोर से प्रचार कर रही हैं. इस दौरान दोनों की पार्टियों के नेताओं के द्वारा एक-दूसरे पर छींटाकसी का दौर जारी है. इसी क्रम में आज बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अहमदाबाद के नारायणपुरा से ‘गुजरात गौरव महा संपर्क अभियान’ […]
November 7, 2017 8:47 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
अहमदाबाद. गुजरात में दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस और बीजेपी जोर शोर से प्रचार कर रही हैं. इस दौरान दोनों की पार्टियों के नेताओं के द्वारा एक-दूसरे पर छींटाकसी का दौर जारी है. इसी क्रम में आज बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने अहमदाबाद के नारायणपुरा से ‘गुजरात गौरव महा संपर्क अभियान’ की शुरुआत की है. वहीं दूसरी ओर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने आज अहमदाबाद में एक रैली को संबोधित करते हुए बीजेपी और केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. रैली को संबोधित करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि 8 नवंबर 2016 भारत के लोकतंत्र के इतिहास का काला दिन था. मनमोहन सिंह ने कहा कि कैशलेस इकोनॉमी को बढ़ावा देने के लिए नोटबंदी का फैसला काफी गलत था. दुनिया में किसी भी देश ने ऐसा फैसला नहीं लिया जिसमें 86 फीसदी करेंसी को एक साथ वापस ले लिया हो.
नोटबंदी के एक साल पूरा होने से एक दिन पहले मनमोहन सिंह ने अहमदाबाद में कहा कि 8 नवंबर 2016 को 500 और 1000 रुपये के नोटों को बैन किया जाना एक संगठित लूट और कानूनी डाका थी. सिंह ने कहा कि सरकार ने नोटबंदी का जो मकसद बताया वह पूरा नहीं हुआ, कालेधन वालों को पकड़ा नहीं जा सका, वे लोग भाग गए. जीएसटी ने छोटे कारोबारियों की कमर तोड़ दी. केंद्र सरकार के इस कदम से भारतीय अर्थव्यवस्था को भारी नुकसान हुआ है.
य़ूपीए सरकार की नीतियों की तारीफ करते हुए डॉ. सिंह ने कहा कि हम गर्व से कह सकते हैं कि हमने 14 करोड़ लोगों को गरीबी से निकाला. देश में टैक्स टेररिज्म के भय ने व्यवसाय के भरोसे को खत्म कर दिया. हमने अपने देश में नौकरियों की कीमत पर चीन से आयात करना पड़ा. साल 2016-17 के पहली छमाही में भारत का चीन से आयात सिर्फ 1.96 लाख करोड़ था तो साल 2017-18 में बढ़कर 2.41 लाख करोड़ हो गया. मनमोहन सिंह ने कहा कि मैं आपलोगों के सामन फिर वही बात दोहराना चाहता हूं जो मैंने संसद में भी कहा था कि नोटबंदी सीधेतौर पर एक ऑरगेनाइज्ड लूट है या फिर इसे कानूनी रूप से की जाने वाली लूट की श्रेणी में भी रख सकते हैं.