नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली में एक बार फिर जहरीली स्मॉग की चादर बिछ गई है, 6 नवबंर 2017 की शाम से स्मॉग की वजह से विजिबिलिटी घटकर 500 मीटर पहुंच गई लेकिन 7 नवंबर 2017 की सुबह हालत और ज्यादा खराब नजर आई. दिल्ली के कई इलाकों में एयर क्वॉलिटी बेहद खराब बनी हुई है, बता दें कि अगले 4-5 दिनों तक कोई सुधार होने की उम्मीद नहीं है. स्मॉग के कारण आज सुबह दिल्ली की सड़कों पर ट्रैफिक स्लो दिखा, स्मॉग का असर रेल यातायात पर भी पड़ा है. आप लोगों की जानकारी के लिए बता दें कि स्मॉग के कारण करीब 12 ट्रेनें देरी से चल रही हैं. दिल्ली में एयर क्वॉलिटी की बात करें को सीपीसीबी एयर क्वॉलिटी इंडेक्स के अनुसार, सोमवार को यह 354 के स्तर पर था, जो ‘बेहद खराब’ की कैटिगरी में आता है. रविवार को यह स्तर 368 रिकॉर्ड किया गया था.
खराब क्वॉलिटी के लिए विशेषज्ञों का कहना है कि पंजाब में पराली जलाए जाने को इसका कारण नहीं माना जा सकता क्योंकि पंजाब में चल रहीं हवाओं का रुख दिल्ली की ओर नहीं था. RWFC (रीजनल वेदर फोरकास्टिंग सेंटर) में वैज्ञानिक कुलदीप श्रीवास्तव ने बताया, फिलहाल अगल कुछ दिनों तक घना कोहरा छाने की कोई आशंका नहीं है. दिन के समय विजिबिलिटी 1000 से 1200 मीटर रहने की उम्मीद है.
दिल्ली में छाई जहरीली स्मॉग के कारण खांसी, ब्रॉन्काइटिस, दिल की बीमारी, त्वचा संबंधी रोग, बाल झड़ना, आंखों में जलन, नाक, कान, गला, फेफड़े में इंफेक्शन, ब्लड प्रेशर के रोगियों को ब्रेन स्ट्रोक की समस्या,दमा के रोगियों को अटैक पड़ने का खतरा बढ़ जाता है. गौरतलब है कि देश की राजधानी दिल्ली में प्रदूषण के बढ़ते स्तर को लेकर अस्पतालों के डॉक्टरों ने लोगों को आगाह किया है. एक अडवाइजरी जारी कर डॉक्टरों ने दिल्ली में खासतौर पर बुजुर्ग लोगों को कहा है कि वह मॉर्निंग वॉक से बचें.