पैराडाइज पेपर्स खुलासा: अमिताभ बच्चन, जयंत सिन्हा, विजय माल्या समेत इन दिग्गजों का नाम

जर्मन अखबार और इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट के द्वारा विश्व के ऐसे अरबपति के नामों का उजागर किये गए हैं जो टैक्स बचाने और काले धन को बचाने के लिए विदेशों में अपना पैसा निवेश करते हैं.

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पैराडाइज पेपर्स खुलासा: अमिताभ बच्चन, जयंत सिन्हा, विजय माल्या समेत इन दिग्गजों का नाम

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  • November 6, 2017 6:24 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली. जर्मन अखबार और इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इनवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट के द्वारा विश्व के ऐसे अरबपति के नामों का उजागर किये गए  हैं जो टैक्स बचाने और काले धन को बचाने  के लिए विदेशों में अपना पैसा निवेश करते हैं. इन दोनों समूहों के द्वारा ऐसे सैंकड़ों नामों की सूची शामिल की गई है जो 19 टैक्स हैवेन या विदेशी कंपनियों के जरिए अपना काला धन निवेश करते हैं. इस लिस्ट में 714 ऐसे करोड़पति के नाम शामिल हैं जो इन कंपनियों की मदद से अपना पैसा इंवेस्ट करते हैं. इस लिस्ट में भारत के रईसों के नाम भी शामिल हैं.  जो अपने पैसों को ऐसी कंपनियों के जरिए अपने पैसों को एक देश से दूसरे देश में पहुंचाने का काम करते हैं. बॉलीवुड स्टार से लेकर भगौड़े विजय माल्या तक का नाम इस सूची में शामिल हैं. 
 
1. अमिताभ बच्चन-अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के खुलासे के अनुसार अमिताभ बच्चन कौन बनेगा करोड़पति (केबीसी) के 2000-02 में प्रसारित पहले संस्करण के बाद बरमूडा की एक डिजिटल मीडिया कंपनी के शेयरधारक बने थे. वहीं बरमूडा की कंपनी एप्पलबी के दस्तावेजों के अनुसार अमिताभ बच्चन और सिलिकॉन वैली के वेंचर इन्वेस्टर नवीन चड्ढा जलवा मीडिया लिमिटेड के 19 जून 2002 को शेयरधारक बने थे. ये कंपनी बरमूडा में 20 जुलाई 2002 को बनाई गई थी और साल 2005 में इसे बंद कर दिया था. जलवा मीडिया शुरुआती डिजिटल मीडिया वेंचर में एक है. इसकी स्थापना चार भारतीय एंटरप्रेन्योर ने जनवरी 2000 में कैलिफोर्निया में की थी. 
 
2. मान्यता दत्त- संजय दत्त की पत्नी मान्यता जिनका पहले नाम दिलनशीं था. मान्यता जैसे बड़ी हस्ती का नाम इस सूची में शामिल हैं. मान्यता दत्त कई कंपनियों की निदेशक हैं. बहामासा में एक कंपनी की डायरेक्टर होने का पता चला है. जबकि मान्याता के प्रवक्ता ने इस खुलासे से पलड़ा झाड़ा है. 
 
3.जयंत सिन्हा-इस खुलासे में मोदी सरकार में विमानन मंत्री जयंत सिन्हा का नाम शामिल है. विदेशी कानूनी सलाह देने वाली कंपनी एप्पलबी के दस्तावेज के अनुसार जयंत सिन्हा ने D.Light डिजाइन के निदेशक के तौर पर भी सेवाएं दी थीं लेकिन अपने चुनावी हलफनामे में उन्होंने इसकी कोई जानकारी नहीं दी थी। जयंत सिन्हा ने न तो चुनाव आयोग को और न ही लोक सभा सचिवालय और न तो प्रधानमंत्री कार्यालय को इसकी जानकारी दी थी.
 
4.विजय माल्या- भारत से फरार विजय माल्या का नाम भी है. 
 
5.नीरा राडिया- 2010 में नीरा राडिया का एक टेप सामने आया जिसमें नीरा की बातचीत रिकॉर्ड थी. ये टेप आयकर विभाग के द्वारा किया गया था. 
 
6.हिंदुजा समूह-  हिंदुजा समूह के मालिक श्रीचंद हिंदुजा और उनके भाई गोपीचंद हिंदुजा हैं. हिंदुजा समूह का नाम इस लिस्ट में शामिल हैं. इसके अलावा भी कई कॉरपोरेट घरानों के नाम सूची में हैं.
 
7.पवित्र सिंह उप्पल- पवित्र सिंह ने दस्तावेजों में खुद को रियल इस्टेट डेवलपर से वर्णित किया हुआ था. डोमिनिका में निगमित सिल्वरलाइन इस्टेट कंपनी थीं. दस्तावेजों के अनुसार ये कंपनी 8 अगस्त 2016 में बनी. जबकि उप्पल ने कहा कि इस कंपनी का संबंध उनके साले से हैं जो इस कंपनी को संभालते हैं. 
 
8.आर के सिंहा-  बीजेपी के राज्यसभा सांसद और कारोबारी आरके सिन्हा की कंपनी एसआईएस सिक्यॉरिटीज का नाम भी सामने आया है.
 
9.रवीश भादाना- रवीश भादाना कोटा के हैं.  सितंबर 2011 में दिल्ली पुलिस ने उसे फेक पायलट लाइसेंसिंग स्कीम के सरगना के रूप में रवीश का नाम सामने आया था. 
 
10. सचिन पायलट और कार्तिक चिदबंरम– पी चिदबंरम के बेटे कार्तिक और सचिन पायलट के नाम भी इस सूची में हैं.
 

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