पैराडाइज पेपर्स: 1.34 करोड़ दस्तावेजों से खुलेगी विदेशों में काला धन छुपाने वालों की पोल, कई भारतीय हस्तियों के नाम शामिल
इंटरनैशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ICIJ) ने 'पैराडाइज पेपर्स' नामक दस्तावेजों की छानबीन की है. इन दस्तावेजों में विदेशों में काला धन छुपाने वालों की डिटेल दी गई है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार 'पैराडाइज पेपर्स' में 1.34 करोड़ दस्तावेज शामिल हैं.
November 6, 2017 3:23 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली. भारत में 8 नवंबर को नोटबंदी की पहली सालगिरह से पहले एक जर्मन अखबार ने बड़ा खुलासा किया. 96 मीडिया संस्थानों के साथ मिलकर जर्मनी के इंटरनैशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ICIJ) ने ‘पैराडाइज पेपर्स’ नामक दस्तावेजों की छानबीन की है. इन दस्तावेजों में विदेशों में काला धन छुपाने वालों की डिटेल दी गई है. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार ‘पैराडाइज पेपर्स’ में 1.34 करोड़ दस्तावेज शामिल हैं. इन दस्तावेजों में ऐसी फर्जी कंपनियों के बारे में खुलासा किया गया है जिन्होंने दुनिया भर में अमीर और ताकतवर लोगों का पैसा विदेशों में भेजा है. चौंकाने वाली बात ये है कि पैराडाइज पेपर्स लीक में पनामा की तरह ही कई भारतीय राजनेताओं, अभिनेताओं और कारोबारियों के नाम सामने आए हैं.
इंटरनैशनल कॉन्सोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट्स (ICIJ) के इन सनसनीखेज खुलासे वाली लिस्ट में कुल 714 भारतीयों के नाम शामिल हैं. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के इस खुलासे में कथित तौर पर केंद्रीय विमानन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा, अमिताभ बच्चन, बीजेपी के राज्यसभा सांसद और कारोबारी आरके सिन्हा और अभिनेता संजय दत्त की पत्नी मान्यता दत्त का नाम भी शामिल है. बता दें कि अमिताभ बच्चन का नाम इससे पहले पनामा पेपर्स मामले में भी आ चुका है. पैराडाइज पेपर्स की इस लिस्ट के अनुसार अमिताभ बच्चन के बरमूडा में एक कंपनी में शेयर्स होने का भी खुलासा हुआ है.
वहीं अगर दुनिया भर की बात करें तो पैराडाइज पेपर्स में कुल 180 देशों के नाम हैं. इस लिस्ट में भारत 19वें नंबर पर है. जिन दस्तावेजों की छानबीन की गई है, उनमें से ज्यादातर बरमूडा की लॉ फर्म ऐपलबाय के हैं. अंग्रेजी अखबार इंडियन एक्सप्रेस के अनुसार पैराडाइज पेपर्स में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के कॉमर्स सेक्रटरी विलबर रॉस और रूस के बीच संबंध, ट्विटर और फेसबुक में रूसी कंपनियों के निवेश, कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रू़डो के चीफ फंडरेज़र के खुफिया लेनदेन, इंग्लैंड की रानी क्वीन एलिज़ाबेथ- 2 का मेडिकल और कंज्यूमर लोन कंपनियों में निवेश जैसी बातें भी सामने आई हैं.