अमिताभ बच्चन ने ब्लॉग पर बयां किया दर्द, मुझे सुर्खियां नहीं चाहिए, मैं शांति से रहना चाहता हूं
अमिताभ बच्चन ने ब्लॉग पर बयां किया दर्द, मुझे सुर्खियां नहीं चाहिए, मैं शांति से रहना चाहता हूं
बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन कभी ट्विटर तो कभी फेसबुक पर अपनी भावनाए व्यक्त करते हैं. रविवार को बिग बी ने एक बार फिर ब्लॉग के जरिए अपनी भावनाओं को लोगों के सामने रखा है
November 5, 2017 6:15 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
मुंबई: बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन कभी ट्विटर तो कभी फेसबुक पर अपनी भावनाए व्यक्त करते हैं. रविवार को बिग बी ने एक बार फिर ब्लॉग के जरिए अपनी भावनाओं को लोगों के सामने रखा है. अमिताब बच्चन ने इस बार अपने ब्लॉग की शुरुआत धर्म और आस्था और तर्क से जुड़े विषयों को लेकर की है. इसके बाद उन्होंने बीएमसी द्वारा उन्हें भेजे गए अवैध निर्माण के नोटिस का जिक्र करने के साथ-साथ मीडिया के कामकाज की समीक्षा भी की है. अमिताभ बच्चन ने अपने ब्लॉग में कहा है कि 75 साल की उम्र में वह प्रसिद्धि से मुक्ति और शांति चाहते हैं. बिग बी ने लिखा है कि अपने जीवन के आखिरी कुछ वर्षों में मैं अपने साथ अकेला रहना चाहता हूं. मुझे कोई उपाधी की जरूरत नहीं है, ना ही मैं सुर्खियों की तलाश करता हूं. मैं उसके लायक नहीं हूं. मैं प्रशंसा नहीं चाहता, मैं उसके योग्य नहीं हूं. अमिताभ बच्चन ने कहा कि हाल ही में बीएमसी की ओर से दिए गए नोटिस के बाद अवैध निर्माण को लेकर मेरे खिलाफ मीडिया ने आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि उस नोटिस को मुझे अभी भी देखना है लेकिन शायद उसके आने का समय आ गया है.
अमिताभ बच्चन ने आगे कहा कई बार जब मुझ पर आरोप लगते हैं तो मैं उन्हें सही तरीके से हल करने का प्रयास करता हूं. बीएमसी के आरोप जैसे मुद्दे पर उन्होंने लिखा कि मीडिया के बजाय व्यवस्था को इसका हल निकालना चाहिए. बिग बी ने बोफोर्स घोटाले पर लिखा है कि कई वर्षों तक हमे परेशान किया गया. हमारे साथ दुर्व्यवहार किया गया और हमें अपमानित किया गया. अमिताभ ने कहा कि इस घोटाले से उनके नाम को हटने में 25 साल लग गए. उन्होंने लिखा जब मीडिया यह समाचार भारत लेकर आया तो उन्होंने मुझसे पूछा कि मैं इस बारे में क्या करूंगा?
अमितभ ने पनामा पेपर्स मामले पर लिखा है कि इसमें हमसे प्रतिक्रिया मांगी गई, इन आरोपों का खंडन करने और नाम का गलत इस्तेमाल करने के कारण हमारी तरफ से दो बार जवाब दिया गया. मेरे जवाब को छापा भी गया लेकिन सवाल आज भी बरकरार है. उन्होंने कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हमने इसमें पूरा सहयोग किया और अगर आगे भी जांच होगी तो हम पूरा सहयोग करेंगे.