बनारस: दीपावली से ठीक 15 दिन बाद कार्तिक माह की पूर्णिमा के दिन देव दीपावली का त्योहार मनाया जाता है. इस साल देव दीपावली की पर्व 4 नवंबर 2017 को बड़े ही हर्ष उल्लास और धूमधाम के साथ मनाया गया. देव दीपावली के अवसर पर काशी के घाट दीपों की रोश्नी से जगमगाए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्विटर हैंडल से देव दीपावली पर सजे काशी के घाट की कई तस्वीरों को शेयर किया है. देव दीपावली पर श्रद्धालु काशी के संत रविदास घाट से लेकर राजघाट तक लाखों दिए जलाते हैं साथ ही माता गंगा की पूजा की जाती है. इस साल देव दीपावली पर करीब 88 घाटों पर 11 लाख दीये जलाए गए.
पीएम नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में शनिवार शाम को देव दीपावली की भव्य तैयारी की गई थी, इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी भी खिड़कियां घाट पहुंचे थे. इस कार्यक्रम में गुजरात की पूर्व सीएम आनंदी बेन पटेल भी मौजूद रहीं.
काशी में देव दीपावली मनाने के लिए और घाटों के इस नजारें को देखने के लिए करीब पांच लाख लोग काशी पहुंचे. देव दीपावली को लेकर ऐसी मान्यता है कि इस दिन सभी देव धरती पर आकर गंगा मैया की पूजा करते हैं. वहीं इसके लिए एक अन्य कथा हैं जिसके अनुसार स्वयं भगवान शिव ने देवताओं का संकट दूर करने के लिए त्रिपुरासुर नाम के राक्षस का वध किया था.
देव दीपावली पर किसी भी तरह के हादसे से बचने के लिए और श्रद्धालुओं की बड़ी संख्या को देखते हुए शहर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे. बता दें कि कार्तिक माह में दान करने का विशेष महत्व होता है. इस माह में गरीबों, दुर्लभों और ब्रह्राणों को दान किया जाता है. इस महीने में तुलसी दान, अन्न दान, अनाज दान, और आंवले दान का महत्व होता है. माह भगवान विष्णु और कृष्ण की पूजा-अर्चना की जाती है.