नई दिल्ली. एक अंग्रेजी वेबसाइट के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के बेटे शौर्य की संस्था इंडिया फाउंडेशन पर सनसनीखेज खुलासे के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने बीजेपी पर निशाना साधा है. राहुल ने बीजेपी पर तंज कसते हुए लिखा कि शाह-जादा की अपार सफलता के बाद पेश है BJP की पेशकश ‘अजित शौर्य गाथा.’ राहुल गांधी ने एक अन्य वेबसाइट की खबर को शेयर करते हुए बीजेपी पर ये तंज कसा है. इस खबर में वेबसाइट द वायर के हवाले से शौर्य डोभाल पर गंभीर आरोप लगाए हैं. बता दें कि ‘द वायर’ नामक वेबसाइट ने दावा किया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोवाल के पुत्र शौर्य की संस्था इंडिया फाउंडेशन में बड़े केंद्रीय मंत्री डायरेक्टर हैं और उन्हें देशी-विदेशी कंपनियों से मदद मिलती है. इससे पहले ये वेबसाइट अमित शाह के बेटे को लेकर भी सनसनीखेज खुलासा किया था. जिसके बाद अमित शाह के बेटे ने वेबसाइट पर 100 करोड़ के मानहानि के मुकदमे की बात कही थी.
वेबसाइट ‘द वायर’ ने दावा किया कि शौर्य की संस्था 2014 से पहले तक केरल में कई मुद्दों पर ग्राफिक्स डिजाइन का काम करती थी. 2014 से पहले संस्था की गतिविधियां सामान्य थीं लेकिन 2014 के बाद संस्था की गतिविधियों में अप्रत्याशित तेजी आई और इसने जबरदस्त तरक्की की है. ‘द वायर’ ने कहा है कि ये संस्था 2009 से काम कर रही है, मगर 2014 के बाद संस्थान के ग्राफ में आई वृद्धि को लेकर ही ‘द वायर’ वेबसाइट की खबर में सवाल उठाए गए हैं.
‘द वायर’ की खबर के अनुसार जूनियर डोभाल और बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव राम माधव द्वारा चलाए जाने वाले इंडिया फाउंडेशन के निदेशकों में रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण, वाणिज्य और उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु, दो राज्य मंत्रियों- जयंत सिन्हा (नागरिक उड्डयन) और एमजे अकबर (विदेश मंत्रालय) के नाम शामिल हैं. वेबसाइट ने लिखा कि चार मंत्रियों, संघ परिवार के एक कद्दावर नेता और एक कारोबारी जिनके प्रभावशली पिता प्रधानमंत्री कार्यालय में हैं, इन सबने मिलकर इंडिया फाउंडेशन को इतना जबरदस्त सांस्थानिक वजन देने का काम किया है, जिसके बारे में थिंक टैंक की दुनिया के प्रतिष्ठित खिलाड़ी भी सिर्फ सपने में ही सोच सकते हैं.
वेबसाइट का दावा है कि उन्होंने चारों मंत्रियों को चिट्ठी लिखकर फाउंडेशन द्वारा ऐसे आयोजनों की मेजबानी के औचित्य को लेकर सवाल पूछा, जिन्हें ऐसी कंपनियों द्वारा फंड या डोनेशन दिया गया. लेकिन चारों लोगों की ओर से कोई जवाब नहीं आया है.