नई दिल्ली. भारत की पूर्व प्रधानमंत्री और आयरन लेडी के नाम से मशहूर इंदिरा गांधी की 19 नवंबर को बर्थ एनीवर्सरी है. 31 अक्टूबर को उनकी पूण्यतिथि मनाई जाती है. इंदिरा गांधी की पूण्यतिथि से लेकर बर्थ एनीवर्सरी तक इनखबर आपको उनकी उनकी जिंदगी से जुड़ी सौ अनसुनी कहानियों से रूबरू कराएगा. इससे पहले के एपिसोड में हम आपको कई कहानियां बता चुके हैं. अब पढ़ें इस सीरीज का 16वां भाग.
इंदिरा को एक ही बात के लिए सुभाष चंद्र बोस और गांधीजी से शिकायत हो गई. वैसी ही शिकायत जैसी युवा उम्र की आधुनिक लड़कियों को घर के बुजुर्गों से हो जाती है. ये बहुत कम लोगों को पता है कि इंदिरा के आधुनिक पहनावे यानी कपड़ों और छोटे बालों के पीछे ना केवल सुभाष चंद्र बोस ने बल्कि गांधीजी ने भी नाराजगी जाहिर की थी. हालांकि ये दोनों ही अलग-अलग घटनाएं थीं.
जब उनकी मां कमला के इलाज के लिए इंदिरा के साथ जर्मनी भेजा गया तो वहां सुभाष चंद्र बोस ने ही सारी मदद की थी. हॉस्पिटल में एडमिशन से लेकर इंदिरा के ज्यूरिख में एडमिशन तक. बोस ही एक तरह से दोनों के अभिभावक थे क्योंकि नेहरू उस वक्त शायद जेल में थे. जब इंदिरा का वहां एडमिशन हुआ तो इंदिरा को साड़ी में स्कूल जाने में बड़ी दिक्कत होने लगी. इंदिरा का कहना था कि कोई साड़ी नहीं पहनता था, इसलिए सब लोग उसे घूरते थे. इंदिरा ने फौरन कुछ फ्रॉक खरीदीं और बाल भी छोटे किए और स्कूल जाने लगीं. जब बोस और उनके साथियों ने देखा तो इंदिरा को समझाया कि भारत में अभी यूरोप जैसा माहौल नहीं है और तुम्हारी मां भी बीमार हैं. लेकिन इंदिरा ने उसको ठीक नहीं माना और सालों तक उनके मन में बोस की ये बात चुभती रही.
ऐसे ही जब मां की मौत के बाद जब इंदिरा अपनी बीमारी के चलते स्विटजरलैंड से पढ़ाई छोड़कर वापस मुंबई के रास्ते भारत लौटीं तो मुंबई से सीधे गांधीजी के पास सेवाग्राम चली गईं. अब सेवाग्राम में तो सभी सफेद साड़ी वालीं संन्यासिन रहती थीं. इंदिरा छोटे कपड़ों, छोटे बालों और गहरी लिपिस्टिक लगाकर पहुंचीं तो गांधीजी ने भी उनसे कुछ ऐसा कहा जो उनको पसंद नहीं आया. आखिर ऐसा क्या कहा गांधीजी ने इंदिरा गांधी से, जानने के लिए देखिए हमारा ये वीडियो शो विष्णु शर्मा के साथ.
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