कमल हासन ने ‘हिंदू आतंकवाद’ पर छेड़ी बहस, कहा- खुद को हिंदू आतंकी कहने से इनकार नहीं कर सकते दक्षिणपंथी
जल्द ही राजनीति में कदम रखने की खबरों के बीच साउथ के सुपर स्टार कमल हासन ने हिंदू आतंकवाद पर नई बहस छेड़ दी है. दक्षिणपंथी राजनीति करने वालों पर सीधा निशाना साधते हुए कमल हासन ने कहा कि पहले दक्षिणपंथी हिंदू लोग हिंसा में शामिल नहीं होते थे. वह अपने विरोधियों का तर्कों के आधार पर विरोध करते हुए शास्त्रार्थ करते थे.
November 2, 2017 3:37 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
चेन्नईः जल्द ही राजनीति में कदम रखने की खबरों के बीच साउथ के सुपर स्टार कमल हासन ने हिंदू आतंकवाद पर नई बहस छेड़ दी है. दक्षिणपंथी राजनीति करने वालों पर सीधा निशाना साधते हुए कमल हासन ने कहा कि पहले दक्षिणपंथी हिंदू लोग हिंसा में शामिल नहीं होते थे. वह अपने विरोधियों का तर्कों के आधार पर विरोध करते हुए शास्त्रार्थ करते थे. लेकिन यह पुरानी रणनीति हार गई और अब वह जो करते हैं, उसमें बल प्रयोग होता है. हासन ने तमिल साप्ताहिक पत्रिका ‘आनंदा विकटन’ में लिखे लेख में यह बात कही है. उन्होंने लेख में आरोप लगाया कि राइट विंग हिंसा में शामिल है और हिंदू कैंपों में अब आतंकवाद घुस चुका है. हासन ने लिखा कि लोगों की ‘सत्यमेव जयते’ में आस्था खत्म हो चुकी है.
कमल हासन ने अपने लेख में केरल सरकार की तारीफ की. हासन ने मुख्यमंत्री पी. विजयन की तारीफ करते हुए लिखा कि केरल सरकार ने सांप्रदायिक हिंसा के मामलों में तमिलनाडु के मुकाबले बेहतर ढंग से काम किया है. कमल हासन के इस लेख के बाद राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आ रही हैं. लेख के बाद हासन खासकर बीजेपी के निशाने पर हैं. बीजेपी नेता और सांसद सुब्रमण्यम स्वामी ने हासन की कड़ी निंदा की और उन्हें नैतिक तौर पर भ्रष्ट बताया. स्वामी ने दावा किया कि अभी तक हिंदू आतंकवाद के कोई सबूत नहीं हैं.
बीजेपी नेता मुरलीधरन ने हासन के लेख पर कहा कि केरल में सौहार्द जरूर हो सकता है लेकिन उसकी हकीकत अलग है. मुरलीधरन ने कहा, केरल में पनप रहे पॉप्युलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) जैसे संगठन आतंकी गतिविधियों में लिप्त हैं. केरल में मुस्लिमों में कट्टरता बढ़ रही है. केरल में आतंकी गतिविधियों में संलिप्तता पाए जाने के चलते कई युवा गिरफ्तार हुए हैं. वहीं केरल के स्थानीय बीजेपी नेताओं का आरोप है कि क्या हासन को राज्य में राजनीतिक हिंसाएं नहीं दिखती. कुछ समय से यहां बीजेपी, आरएसएस कार्यकर्ताओं को मौत के घाट उतारा जा रहा है, यह हासन को क्यों नहीं दिखता?
संघ विचारक राकेश सिन्हा ने इस बारे में कहा कि कमल हासन तमिलनाडु में पीएफआई और अल उम्मा के प्रभाव में आकर हिंदू आतंकवाद की बात कर रहे हैं. हिंदू सभ्यता के अपमान और भावनाओं को आहत करने के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए. सिन्हा ने आगे कहा, जब केंद्रीय एजेंसियों ने पीएफआई पर बैन लगाने की बात कही तो कमल हासन हिंदू आतंकवाद की बात कहकर उसे बचाने की कोशिश कर रहे हैं. गौरतलब है कि पिछले कुछ समय से कमल हासन के राजनीति में शामिल होने की चर्चाएं हैं. हाल में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कमल हासन से मुलाकात करने के लिए चेन्नई गए थे.