मुंबई हाईकोर्ट ने फेरीवालों को सुनाया रेलवे स्टेशन से 150 मीटर दूर रहने का निर्देश
मुंबई में फेरीवालों व्यवसाय पर उठने वाले सवालों पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि स्कूल, धार्मिक स्थल और अस्पताल से 100 मीटर दूर रहकर धंधा करने को कहा है.
November 2, 2017 1:53 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
मुंबई. एलफिंस्टन हादसे के बाद मुंबई में महाराष्ट्र नव निर्माण सेना ने स्टेशन के आसपास दुकान लगाने वाले फेरीवालों को हटाने का अल्टीमेटम रेलवे को दिया था. साथ ही उन्होंने कहा था कि अगर सरकारी अधिकारी यह काम नहीं करेंगे तो मनसे के कार्यकर्ता उन्हें हटाएंगे और हुआ भी वैसे ही. एमएनएस ने अपने स्टाइल में मुंबई सहित मुंबई सहित विरार, कल्याण तमाम जगहों पर हाकरों के ख़िलाफ़ मुहिम छेड़ दीं. जिसके बाद कई जगहों पर फेरीवालों और मनसे के कार्यकर्ताओं के बीच झड़प की खबरें आई. लेकिन अब मुंबई में फेरीवालों व्यवसाय पर उठने वाले सवालों पर बॉम्बे हाईकोर्ट ने आदेश दिया है कि स्कूल, धार्मिक स्थल और अस्पताल से 100 मीटर दूर रहकर धंधा करने को कहा है. वहीं रेलवे स्टेशन तकरीबन 150 मीटर दूर रहने का निर्देश दिया. अगर इन नियमों का उलंघन करता है तो उसपर कार्रवाई होगी.
महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना फेरीवालों के खिलाफ मुंबई में मुहिम चला रही है. जिसका विरोध सभी पार्टियां कर रही हैं. लेकिन कांग्रेस मनसे के सामने खड़ी होकर फेरीवालों का समर्थन कर रही है. वहीं दादर स्टेशन के बाहर कांग्रेस और एमएनएस कार्यकर्ताओं के इस विवाद बढ़ गया था. जिसके बाद पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा. इससे पहले 29 अक्टूबर को मुंबई में उत्तर भारत के फेरीवालों ने महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) की गुंडागर्दी से त्रस्त होकर पार्टी के खिलाफ खोल दिया है. फेरीवालों ने शनिवार को मुंबई के मलाड में मनसे कार्यकर्ताओं की जमकर पिटाई की.
घायल कार्यकर्ताओं को अस्पताल में भर्ती कराया गया. इनमें एक की हालत गंभीर है. पिटाई में एमएनएस के स्थानीय विभाग प्रमुख सुशांत मालवदे गंभीर रूप से घायल हुए हैं, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है. इस घटना में सात फेरीवालों के खिलाफ आईपीसी की धारा 307 यानी हत्या की कोशिश का मामला दर्ज किया है. वहीं पुलिस ने चार फेरीवालों को हिरासत में लिया है. दरअसल मनसे ने एल्फिंस्टन रोड स्टेशन पर भगदड़ के बाद रेलवे स्टेशन परिसरों में मौजूद फेरीवालों को हटाने के लिए अभियान चलाया है.
एमएनएस नेताओं का आरोप है कि फेरीवालों ने संजय निरूपम के उकसावे पर हमला किया इसलिए निरुपम के खिलाफ भी मामला दर्ज किया जाए. मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष संजय निरूपम ने एमएनएस की फेरीवाला हटाओ मुहिम का विरोध किया है. उन्होंने जगह-जगह सभाएं कर ईंट का जवाब पत्थर से देने का आह्वान किया था.