चुपचाप क्रांति ला रहे 17 हीरो को सम्मानित करेगी सेवा भारती, 5 नवंबर को सम्मान समारोह
रामश्वेवर नायक ने जलगांव, महाराष्ट्र के आसपास के जनजातीय इलाकों में 12 लाख लोगों को अब तक मेडिकल सहायता दी है, लेकिन लोग नहीं जानते. दादर मुंबई के समतोल फाउंडेशन ने घर छोड़कर भागे 8,000 बच्चों को उनके परिवार से मिलाया, लेकिन उन परिवारों के अलावा देश में किसी को इनकी जानकारी नहीं.
November 1, 2017 9:00 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
मुंबई: रामश्वेवर नायक ने जलगांव, महाराष्ट्र के आसपास के जनजातीय इलाकों में 12 लाख लोगों को अब तक मेडिकल सहायता दी है, लेकिन लोग नहीं जानते. दादर मुंबई के समतोल फाउंडेशन ने घर छोड़कर भागे 8,000 बच्चों को उनके परिवार से मिलाया, लेकिन उन परिवारों के अलावा देश में किसी को इनकी जानकारी नहीं. इसी तरह उत्तराखंड के जडधारी गांव के विजय सिंह जडधारी सालों से बीजों की विलुप्त होती प्रजातियों को बचाने के बिलकुल अनोखे मुद्दे पर काम कर रहे हैं, लेकिन किसी मीडिया में इनकी चर्चा नहीं होती. ऐसे लोग या संगठन जो लाइमलाइट में आने बिना चुपचाप समाज या देश की सेवा कर रहे हैं, ऐसे लोगों को संघ से जुड़ा संगठन सेवा भारती अब अपना अवॉर्ड देकर उन्हें प्रोत्साहित करने लगा है, ये अवॉर्ड सेवा भारती संत ईश्वर फाउंडेशन की मदद से देता है, इसलिए अवॉर्ड का नाम भी रखा गया है संत ईश्वर सम्मान और 2017 का अवॉर्ड फंक्शन 5 नवंबर को दिल्ली में है.
इस सम्मान समारोह में कुल 17 लोगों या संस्थाओं को सम्मानित किया जाएगा, जिसमें से चार व्यक्तियों या संस्थाओं को संत ईश्वर विशिष्ट सेवा सम्मान दिया जाएगा और नकद पांच लाख रुपए की मदद भी की जाएगी तो 12 लोगों या संस्थाओं को एक एक लाख रुपए की मदद के साथ संत ईश्वर सेवा सम्मान से भी सम्मानित किया जाएगा. इस बार कन्या भ्रूण हत्या के रोकथाम की दिशा में अहम योगदान देने वाले दाती महाराज को भी संत ईश्वर विशिष्ट सेवा सम्मान दिया जाएगा. पांच नवंबर को इस कार्यक्रम में मोदी सरकार के दो मंत्री भी आ रहे हैं, और मुख्य अतिथि के तौर पर केन्द्रीय जल एंव स्वच्छता मंत्री उमा भारती और विशिष्ट अतिथि के तौर पर केन्द्रीय राज स्वास्थ्य एंव परिवार कल्याण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे भी रहेंगे.
सेवा भारती के निर्णायक मंडल ने इस सम्मान समारोह के लिए देश के कौने कौने से संगठनों और लोगों को चुना है, जिनमें मेघालय में कोच और हजांग जनजातियों को मुख्य धारा में लाने के प्रयासों में लगे श्यामनंद ब्रह्मचारी महाराज, मदुरई की ग्रामीण दिव्यांग महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने में जुटा थियागम वूमेन ट्रस्ट, लातूर के जल संकट को खत्म करने में जुटे डा. अशोक कुकडे, केरल में किसानों के मुद्दे उठा रहे तोडम्परुल वर्गीस, नागालैंड की गरीब महिलाओं के बीच काम कर रहीं तसिले एन जेलियांग जैसे नाम भी शामिल हैं. ये कार्यक्रम पांच नवम्बर को शाम चार बजे से दिल्ली के संसद मार्ग पर एनडीएमसी के कन्वेंसन सेंटर में होगा, जिसकी अध्यक्षता सेवा भारती के राष्ट्रीय अध्यक्ष सिद्धिनाथ सिंह करेंगे.