अगरतलाः भारत के पहले गृह मंत्री ‘लौह पुरुष’ सरदार वल्लभ भाई पटेल की जयंती के मौके पर त्रिपुरा के गवर्नर तथागत रॉय ने कहा कि अगर आजादी के बाद भारत का पहला प्रधानमंत्री सरदार पटेल को बनाया जाता तो आज देश में कश्मीर की कोई समस्या ही नहीं होती. तथागत रॉय ने अपने ट्विटर हैंडल से यह बात कही. रॉय ने ट्वीट किया, ‘अगर गांधी जी सरदार वल्लभ भाई पटेल को भारत का पहला प्रधानमंत्री बना देते तो आज देश में कश्मीर की कोई समस्या ही नहीं होती.’
सरदार पटेल की 142वीं जयंती के मौके पर उन्होंने मंगलवार को अगरतला के विवेकानंद मैदान में एकता की शपथ ली और एकता के संदेश के लिए ‘रन फॉर यूनिटी’ को हरी झंडी दिखाई. राज्यपाल तथागत रॉय ने मंगलवार को अपने ट्विटर हैंडल से एक के बाद एक कई ट्वीट्स भी किए. रॉय लिखते हैं, ‘आज उस महापुरुष के नाम पर प्रतिज्ञा लेने का दिन है जिसने भारत को एक देश बनाया. ना कि छोटे मुद्दों के बारे में बात करने का.’
बताते चलें कि मंगलवार को पूरा देश सरदार पटेल की जयंती को राष्ट्रीय एकता दिवस के रूप में मना रहा है. इस मौके पर नई दिल्ली के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सरदार पटेल को श्रद्धांजलि देते हुए रन ऑफ यूनिटी (एकता के लिए दौड़) को हरी झंडी दिखाई. पीएम ने वहां मौजूद लोगों को राष्ट्रीय एकता की शपथ भी दिलाई. इस दौरान पीएम मोदी ने पिछली सरकारों पर सरदार पटेल के योगदान की अनदेखी करने का आरोप लगाया.
पीएम मोदी ने कहा, ‘पहले के लोगों (यूपीए सरकार) ने सरदार पटेल के योगदान और उनकी अहम भूमिका को भुलाने की बहुत कोशिशें की थीं.’ मोदी के इन आरोपों का खंडन करते हुए दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस की वरिष्ठ नेता शीला दीक्षित ने कहा, ‘ऐसा कुछ नहीं है. ये सरासर गलत है. कांग्रेस ने कभी भी सरदार पटेल के योगदान की अनदेखी नहीं की.’