गाजियाबाद. छत्तीसगढ़ पुलिस ने शुक्रवार सुबह वरिष्ठ पत्रकार विनोद वर्मा को गाजियाबाद स्थित उनके घर से हिरासत में ले लिया. विनोद वर्मा पर छत्तीसगढ़ के एक कैबिनेट मंत्री की पोर्न सीडी रखने का आरोप है. गिरफ्तारी के बाद उन्हें गाजियाबाद के इंदिरापुरम थाने ले जाया गया, यहां उनसे कई घंटों तक पूछताछ जा रही है. विनोद वर्मा बीबीसी और अमर उजाला जैसी संस्थाओं में काम कर चुके हैं और एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया के सदस्य हैं. पुलिस ने इन्हें 384 और 506 आईपीसी की धारा के तहत हिरासत में लिया है. यूपी पुलिस अभी इस मामले को बताने से गुरेज कर रही है. वरिष्ठ पत्रकार उर्मिलेश उर्मिल ने भी फेसबुक पोस्ट के जरिए वर्मा की गिरफ्तारी की जानकारी दी है.
यूपी पुलिस के अनुसार विनोद वर्मा के वैभव खंड स्थित घर से 2 लाख रुपये और तकरीबन 500 सीडी बरामद की गई हैं. उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 384 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है. इन्दिरापुरम थाने में उनसे कई घंटे पूछताछ की गई है. वहीं इस मामले में छत्तीसगढ़ कांग्रेस के अध्यक्ष भूपेश बघेल ने इस गिरफ्तारी की निंदा की है. उन्होंने कहा कि जिस सीडी के आधार पर उनकी गिरफ्तारी की गई है वो कई लोगों के पास है. वो सीडी मेरे पास भी है. इस तरह से किसी के घर से गिरफ्तारी कर लेना गलत है. वर्मा पर पुलिस ने रंगदारी और धमकी देने का आरोप लगाया गया है. उन पर धमकी देकर पैसे मांगने का आरोप भी लगाया गया है.
बताया जा रहा है कि रायपुर क्राइम ब्रांच के टीआई और उनकी टीम सुबह 4 बजे विनोद वर्मा को इंदिरापुरम थाने लेकर पहुंचे थे. इसके बाद से ही उनसे पूछताछ की जा रही है. जल्द ही उन्हें कोर्ट में पेश किया जाएगा. उधर इस मामले में विनोद वर्मा की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है. उधर, पूर्व पत्रकार और आप के सीनियर नेता आशुतोष ने इस गिरफ्तारी को प्रेस की आजादी पर हमला बताया है.