बेंगलुरु: 20 हजार करोड़ के फर्जी स्टांप पेपर घोटाले के दोषी अब्दुल करीम तेलगी की गुरुवार को मौत हो गई. वह कर्नाटक में बेंगलुरु के विक्टोरिया अस्पताल में भर्ती था. वहां उसकी इलाज चल रही थी. पुलिस सुत्रों के मुताबिक तेलगी के शरीर के कई अंगों ने काम करना बंद कर दिया था, जिसके चलते उसकी मौत हुई है. मस्तिष्क ज्वर से पीड़ित होने के कारण चार दिन पहले ही उसे बेंगलुरू के विक्टोरि अस्पताल में भर्ती कराया गया था. वहां तेलगी को वेंटिलेटर भी रखा गया था लेकिन उसके बाद भी स्वास्थ्य में कोई सुधार नहीं हुआ और मौत हो गई. तेलगी लगभग 20 सालों से डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर से पीड़ित था.
बता दें कि तेलगी को नवंबर 2001 में राजस्थान से गिरफ्तार किया गया था. फर्जी स्टांप पेपर का खेल कर तेलगी ने करोड़ों रुएप की प्रॉपर्टी बना ली थी. बड़े मात्रा में उसने फर्जी स्टैंप पेपर छापे और उन्हें बीमा कंपनियों, बैकों और शेयर की दलाली करने वाली कंपनियों को बेचा था. तेलगी को कोर्ट ने स्टांप पेपर घोटाले में दोषी पाते हुए 30 साल सश्रम कारावास की सजा सुनाई थी. कोर्ट ने तेलगी पर 202 करोड़ रुपए का जुर्माना भी लगाया था. जिसके बाद से वह बेंगलुरु के परापाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में सजा काट रहा था.
तेलगी के वकील एमटी नानैया ने गुरुवार सुबह कहा था कि वह जिंदा है लेकिन स्थिति गंभीर बनी हुई है. तेलगी के वकील ने आरोप लगाते हुए कहा था कि उसे थोड़ा और जल्दी अस्पताल में भर्ती करवाया जाना चाहिए था, इसमें देरी हुई. बता दें कि तेलगी बेंगलुरु के परापाना अग्रहारा सेंट्रल जेल में पिछले 16 साल से बंद था. 1995 में तेलगी के ख़िलाफ़ मामले दर्ज किए गए लेकिन गिरफ़्तारी 2001 में ही हो सकी. तलेगी की गिरफ्तारी के बाद कई नेताओं के साथ-साथ पुलिस के कई आला अधिकारी भी हिरासत में लिए गए थे.