गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का विवादित बयान, दिल्ली में ड्रग्स का कारोबार करते हैं नाइजीरियाई लोग
गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर का विवादित बयान, दिल्ली में ड्रग्स का कारोबार करते हैं नाइजीरियाई लोग
मोदी सरकार के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने भारत में रहने वाली नाइजीरियाई लोगों को बेईमान बताया और कहा कि वह लोग दिल्ली में रहकर ड्रग्स का कारोबार करते हैं. हंसराज अहीर बीते बुधवार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे.
October 26, 2017 2:33 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
रायपुरः मोदी सरकार के केंद्रीय गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर ने भारत में रहने वाली नाइजीरियाई लोगों को बेईमान बताया और कहा कि वह लोग दिल्ली में रहकर ड्रग्स का कारोबार करते हैं. हंसराज अहीर बीते बुधवार छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे. हंसराज अहीर ने कार्यक्रम में कहा, ‘दुनिया के किसी भी नागरिक को भारत में एक समयावधि तक रहने का अधिकार दिया जाता है. ऐसे कई लोग हैं जिन्हें हम वीजा देते हैं, लॉंग टर्म वीजा भी दिया जाता है. बरसों से यहां रहते भी हैं और सम्मान से रहते हैं. उन पर अत्याचार नहीं होता है बल्कि वो यहां आकर अत्याचार करते हैं. हमने दिल्ली में कुछ लोगों को रखा है. नाइजीरिया के लोग रहते हैं वीजा लेकर, लेकिन रहते हैं तो बेईमानी से रहते हैं. ड्रग्स का कारोबार करते हैं.’
मंत्री अहीर के इस विवादित बयान पर राजनीतिक प्रतिक्रियाएं भी आ रहीं हैं. बता दें कि बुधवार को छत्तीसगढ़ में रहने वाले 63 पाकिस्तानी हिंदुओं को भारत की नागरिकता दी गई. इस कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री रमन सिंह, हंसराज अहीर सहित प्रदेश बीजेपी के कई बड़े नेता मौजूद थे. सीएम रमन सिंह और अहीर ने सभी पाकिस्तानियों को भारत की नागरिकता का प्रमाण पत्र सौंपा. यह लोग अभी तक अस्थायी तौर पर भारत में रह रहे थे. यह परिवार कई दशकों पहले पाकिस्तान से हिंदुस्तान आ गए थे.
बताते चलें कि कुल 100 लोगों को नागरिकता दी जानी है. बाकी लोगों को कुछ समय बाद नागरिकता संबंधी प्रमाण पत्र सौंपा जाएगा. इस दौरान अहीर ने कहा, पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा राज्यों को नागरिकता प्रदान करने का अधिकार देने के बाद छत्तीसगढ़ इसका लाभ लेने वाला पहला राज्य बन गया है. हंसराज अहीर ने आगे कहा कि यह मौका इन परिवारों के लिए दूसरी दिवाली की तरह है. हंसराज अहीर ने कहा कि भारत ही इन लोगों का देश था लेकिन बंटवारे के वक्त दुर्भाग्यवश इन्हें पाकिस्तान जाना पड़ा. अहीर ने कहा भविष्य में भारतीय नागरिकता के संबंध में मिलने वाले प्रार्थना पत्र पर छत्तीसगढ़ सरकार फौरन कार्यवाही करेगी.