छठ पूजा 2017: लालू बोले- छठी मईया करती है मनोकामना पूरी, गुजरात में निश्चित हारेगी BJP
छठ पूजा 2017: लालू बोले- छठी मईया करती है मनोकामना पूरी, गुजरात में निश्चित हारेगी BJP
आरजेडी प्रमुख ने पत्रकारों से बात करते हुए गुजरात चुनाव से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि चुनाव की घोषणा देर से हुई है. बीजेपी कुछ भी करें गुजरात में उसकी हार तय है.
October 26, 2017 5:38 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
पटना. देशभर के कई इलाकों में छठ का त्यौहार धूमधाम से मनाया जा रहा है. इस दौरान बिहार में विशेष तौर पर छठ की धूम है. लालू परिवार भी धूमधाम से छठ मना रहा है, इस अवसर पर आरजेडी प्रमुख ने पत्रकारों से बात करते हुए गुजरात चुनाव से जुड़े एक सवाल के जवाब में कहा कि चुनाव की घोषणा देर से हुई है. बीजेपी कुछ भी करें गुजरात में उसकी हार तय है. लालू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साढ़े तीन वर्षों के कार्यों का हिसाब बताते हुए कहा कि गुजरात चुनाव में बीजेपी चाहे जितना जोर लगा ले, लेकिन उसका हारना तय है.
लालू यादव ने नोटबंदी और जीएसटी की प्रासंगिकता पर सवाल उठाते हुए कहा कि इससे देश की जनता में काफी गुस्सा है. लालू ने कहा कि इससे देश को भारी आर्थिक क्षति हुई है. इसका नतीजा बीजेपी को दोनों राज्यों में होने वाले चुनाव में भुगतना ही पड़ेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी के बारे में पूछे गए सवालों को यह कहकर खारिज कर दिया कि वह छठ पूजा के दिन राजनीतिक चर्चाओं से दूर रहना चाहते हैं. लालू प्रसाद यादव ने कहा कि छठ पर्व में सूर्य भगवान की पूजा होती है और इसमें दिल से मांगी गयी सभी कामनाएं पूरी होती है.
बुधवार को खरना के बाद देर शाम आवास में पहुंचे समर्थकों, नेताओं एवं मीडियाकर्मियों को लालू के साथ ही तेज प्रताप ने खुद अपने हाथों से खरना का प्रसाद दिया. इस दौरान राजद के बड़े नेता-कार्यकर्ता आते-जाते रहे. डॉ. मीसा भारती और तेज प्रताप खुद सबका ख्याल रख रहे थे. आवास की भव्य सजावट की गई है. गुरुवार को राबड़ी देवी आवास परिसर में ही अर्घ्य देंगी. इसके लिए गोशाला के सामने तालाब बनाया गया है. लालू ने यादव ने अपने आवास पर पूर्व मंत्री श्रीमती कांति सिंह, संजीव कुमार टोनी, अब्दुल बारी सिद्दीकी समेत कई विधायक, पार्टी पदाधिकारी और कार्यकतार्ओं के अलावा सैकड़ों लोगों को खरना का प्रसाद वितरण किया. इस मौके पर श्री यादव के बड़े पुत्र तेज प्रताप यादव ने भी अपने हाथों से लोगों को प्रसाद दिया.