अहमदाबाद: गुजरात के युवा पाटीदार नेता हार्दिक पटेल की मुश्किलें बढ़ सकती हैं. हार्दिक पटेल के खिलाफ विसनगर कोर्ट ने बुधवार को गैरजमानती वारंट जारी कर दिया है. ऐसे में हार्दिक पटेल कभी भी गिरफ्तार किए जा सकते हैं. जानकारी के मुताबिक हार्दिक पटेल पर उत्तर गुजरात के विसनगर के विधायक के ऑफिस में तोड़फोड़ का आरोप है. हार्दिक पटेल के अलावा लाल जी पटेल और सात आरोपी कोर्ट में पिछली कई सुनवाई के दौरान हाजिर नहीं हुए हैं जिसकी वजह से कोर्ट ने आज उनके खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी कर दिया.
गौरतलब है कि गुजरात चुनावों की तारीखों का बुधवार को ही एलान हुआ है. बुधवार से ही राज्य में आदर्श चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है. ऐसे में हार्दिक पटेल की गिरफ्तारी होती है तो निश्चित ही ये बड़ा चुनावी मुद्दा बनेगा. दूसरी तरफ हार्दिक पटेल और कांग्रेस पार्टी की नजदीकियां जगजाहिर है. ऐसे में कांग्रेस हार्दिक पटेल की गिरफ्तारी को लेकर बड़ा सियासी बवाल खड़ा करने की कोशिश करेगी.
गौरतलब है कि साल 2015 में पटेलों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर हार्दिक पटेल ने बड़ा आंदोलन किया था. गुजरात में दरअसल पटेलों की तीन श्रेणियां हैं. कड़वा, लेउवा और आंजना तीन तरह ही पटेल हैं. इनमें से आंजना पटेल ओबीसी में आते हैं. जबकि कड़वा और लेउवा पटेल ओबीसी आरक्षण की मांग कर रहे हैं.