सेंट्रल शिया वक्फ बोर्ड ने PM मोदी को लिखा पत्र, कहा- हुमायूं का मकबरा गिराकर बने कब्रिस्तान
उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर हुमायूं का मकबरा गिराकर वहां कब्रिस्तान बनाने की मांग की है. उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी ने पीएम मोदी के नाम लिखे पत्र में कहा है कि दिल्ली में कब्रिस्तान की बेहद कमी है.
October 25, 2017 10:12 am Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago
नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड ने प्रधानमंत्री मोदी को पत्र लिखकर हुमायूं का मकबरा गिराकर वहां कब्रिस्तान बनाने की मांग की है. उत्तर प्रदेश शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष सैयद वसीम रिजवी ने पीएम मोदी के नाम लिखे पत्र में कहा है कि दिल्ली में कब्रिस्तान की बेहद कमी है. जिन जगहों पर कब्रिस्तान हैं वो पहले ही बहुत भर चुके हैं और अब वहां कब्र खोदने के लिए और जगह नहीं है.आगे उन्होंने कहा कि दिल्ली के मुसलमानों की अर्जी पर बोर्ड ने दिल्ली के इलाकों को अवलोकन किया है और ये पाया है कि दिल्ली के पास कहीं भी कब्रिस्तान बनाने के लिए बड़ी जमीन नहीं है. ऐसे में इस समस्या के समाधान हेतू वो प्रस्ताव रखते हैं कि दिल्ली में बना द्वितीय मुगल शासक हुमॉयूं का मकबरा जोकि 35 एकड़ में फैला हुआ है उसे गिराकर वहां कब्रिस्तान बना दिया जाए.
उन्होंने पत्र में ये भी कहा कि हुमॉयूं का मकबरा कोई धार्मिक स्थल नहीं है बल्कि वहां कब्र होने की वजह से उसे कब्रिस्तान की श्रेणी में ही माना जाए. उन्होंने ये भी कहा कि ‘ मुगल दूसरे देशों से भारत को लूटने ही आए थे, उन्होंने भारतीय राजाओं से उनके राज्य छीने और उनको लूटकर यहां के बादशाह बन गए. सैयद वसीम रिजवी के मुताबिक मुगल बादशाह मुस्लिम धर्म प्रचारक नहीं थे और ना ही भारत के लिए अच्छे बादशाह थे. इस कारण हिंदुस्तान में बने उनके स्मारक राष्ट्रीय धरोहर नहीं हो सकते.
पत्र में उन्होंने ये भी लिखा कि हुमायूं जिस मुसलमान फिरके से संबंधित था वहां किसी के मकबरे को मान्यता नहीं दी जाती. इसलिए हुमायूं के मकबरे को गिराने में कोई इस्लामिक बाध्यता भी नहीं है.