नई दिल्ली. सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की बढ़ती लोकप्रियता पर ‘BOT’ का बम फूट गया है. समाचार एजेंसी एएनआई ने डोनाल्ड ट्रंप को लेकर राहुल गांधी के एक बहुत ज्यादा शेयर हुए ट्वीट का विश्लेषण करके ये रिपोर्ट जारी की है कि राहुल के ट्वीट को शेयर यानी रीट्वीट करने वालों में रूस, कजाखिस्तान और इंडोनेशिया के लोग शामिल हैं. एएनआई ने ऐसे कई ट्विटर खातों की आईडी सामने रखकर दावा किया है कि राहुल गांधी के ट्वीट का अभूतपूर्व तरीके से शेयर होना बॉट का खेल है. बॉट कम्प्यूटर सॉफ्टवेयर की दुनिया की वो तकनीक है जिसे हम-आप रोबोट कह सकते हैं. बॉट के जरिए आपका एक ट्वीट सौ, हजार या दस हजार बार रीट्वीट हो सकता है. इसी तरह आप जो संदेश चाहें वो उतने खाते से ट्वीट हो सकता है. इससे ट्विटर पर ट्रेंड करने में मदद मिलती है. पर इसके लिए आपको पैसे खर्च करने पड़ते हैं. बॉट के जरिए जिन खातों से रीट्वीट होता है या ट्वीट होता है, वो असल में फर्जी खाते होते हैं जिनको कोई डिजिटल एक्सपर्ट हैंडल करता है. ऐसे डिजिटल एक्सपर्ट एक साथ हजारों-हजार खाते हैंडल करते हैं और एक बटन दबाते ही कम्प्यूटर की प्रोग्रामिंग के जरिए आपका संदेश हजारों-हजार बार ट्वीट हो जाता है या आपका अपना ट्वीट हजारों-हजार बार रीट्वीट हो जाता है.
दरअसल कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने 15 अक्टूबर को अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के एक ट्वीट का हवाला देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तंज कसा था. राहुल ने लिखा था, “मोदी जी, जल्दी. लगता है राष्ट्रपति ट्रंप को फिर गला मिलना है.” अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 14 अक्टूबर को एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने लिखा, “पाकिस्तान और उसके नेताओं के साथ बहुत बेहतर संबंध बनाने की शुरुआत कर रहा हूं. मैं कई मोर्चों पर उनके सहयोग के लिए आभार जताना चाहता हूं.” जाहिर तौर पर राहुल गांधी का ये ट्वीट नरेंद्र मोदी सरकार के उन दावों पर व्यंग्य था जिसके जरिए सरकार ये जताने की कोशिश कर रही है कि अमेरिका और भारत काफी नजदीक हैं और भारतीय कूटनीति ने पाकिस्तान को वैश्विक मंच पर अलग-थलग कर दिया है जिसमें अमेरिका का हाथ उसके साथ है. राहुल गांधी का ये ट्वीट इस समय तक 30 हजार से ज्यादा बार रीट्वीट हो चुका है.
एएनआई की रिपोर्ट सामने आने के बाद सरकार के कई मंत्रियों ने राहुल गांधी की चुटकी ले ली. सबसे पहले हमला बोला सूचना प्रसारण मंत्री स्मृति ईरानी ने. स्मृति ने ट्वीट करके कहा, “शायद राहुल गांधी रूस, कजाखिस्तान और इंडोनेशिया में चुनाव जीतने की तैयारी कर रहे हैं.” स्मृति के बाद खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि किसी नेता के लिए लोकप्रियता के लिए बॉट का इस्तेमाल करना वैसा ही है जैसे खेल में डोपिंग यानी उत्तेजक या नशीली दवाओं का. वैसे, भारतीय राजनीति में बॉट का खेल पुराना है और तमाम पार्टियां और उसके नेता अपने मुद्दे को ट्विटर पर ट्रेंड में लाने के लिए कई बार इसका इस्तेमाल करते हैं. ये पहली बार है कि ट्विटर पर बॉट का इस्तेमाल राजनीतिक बहस का मुद्दा बना है. इससे और कुछ हो ना हो, आम लोग ट्विटर पर चल रहे ट्रेंड के पीछे पैसे के खेल को अच्छी तरह समझ सकेंगे. ये ट्विटर पर ट्रेंड की विश्वसनीयता के लिए खतरे की घंटी है.