नई दिल्ली. हिमाचल प्रदेश के चुनाव की तारीखों के ऐलान के बाद सभी पार्टियां चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी कर चुकी है. हिमाचल प्रदेश को कांग्रेस मुक्त करने के इरादे से भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है. हिमाचल प्रदेश के 68 विधानसभा सीटों पर भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने अपने 68 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है. बता दें कि इससे पहले 12 अक्टूबर को चुनाव आयोग ने हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव 2017 की तारीखों का ऐलान किया था. हिमाचल प्रदेश के चुनावी मैदान में सत्ताधारी कांग्रेस को हराने के लिए बीजेपी के आलाकमान ने विचार-विमर्श करने के बाद अपने प्रत्याशियों का ऐलान किया है. बताया जा रहा है कि इस बैठक में पीएम मोदी से लेकर पार्टी अध्य्क्ष अमित शाह उपस्थित थे. प्रदेश भाजपा और केंद्रीय स्तर की टीम की बातचीत के आधार पर बीजेपी की केंद्रीय इकाई ने इन उम्मीदवारों की लिस्ट जारी की है.
बता दें कि पहले उम्मीद थी कि गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग एक साथ करेगा. मगर चुनाव आयोग ने अभी तक सिर्फ हिमाचल प्रदेश विधानसभा के चुनावों की तारीखों का ऐलान किया है. हालांकि, हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनाव के वोट और नतीजे में चुनाव आयोग ने पूरे 39 दिनों का गैप रखा है. हिमाचल में एक ही चरण में 9 नवंबर को मतदान होगा जबकि नतीजे करीब डेढ़ महीने बाद 18 दिसंबर को आएंगे.
बता दें कि बीते कुछ दिनों पहले कांग्रेस का हाथ छोड़ बीजेपी का दामन थामने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री सुखराम के बेटे अनिल शर्मा को भी बीजेपी ने टिकट दिया है. वीरभद्र सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री रहे अनिल शर्मा को मंडी विधानसभा से टिकट दिया गया है. पार्टी छोड़ने के बाद अनिल शर्मा ने कहा था कि उनके लिए उनके पिता की बेज्जती असहनीय हो गई थी. उन्होंने कांग्रेस पार्टी पर उनके पिता की बेज्जती करने और उन्हें पार्टी छोड़ने के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया था.
पूर्व मुख्यमंत्री और विपक्ष के नेता प्रेम कुमार धूमल को बीजेपी ने सुजानपुर से विधानसभा सीट से टिकट दिया है. बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव 2012 में प्रेम कुमार धूमल हमीरपुर विधानसभा से लड़े थे और 9 हजार वोटों से जीत दर्ज की थी.
नरेंद्र ठाकुर को इस बार हमीरपुर सीट से बीजेपी ने उतारा है. बता दें कि इस सीट पर पिछली बार बीजेपी ने प्रेम कुमार धूमल को उतारा था.
प्रमोद कुमार झा को बीजेपी ने शिमला रुरल से टिकट दिया है. बता दें कि सीएम वीरभद्र सिंह शिमला रुरल से ही पिछली बार चुनाव लड़े थे और करीब 20 हजार वोट से जीते थे.
अगर हिमाचल प्रदेश में पिछले विधानसभा 2012 की बात करें तो विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने जादुई आंकड़े को छूते हुए 36 सीटों पर कब्जा जमाया था. इस चुनाव में बीजेपी किसी तरह 26 सीटें जीतने में कामयाब रही थी. वहीं, ‘हिमाचल लोकहित पार्टी’ को एक सीट और 5 सीटों पर निर्दलीयों ने जीत दर्ज की थी. हालांकि, इस बार अमित शाह किसी तरह से हिमाचल प्रदेश के चुनावी मैदान में भगवा रंग का झंडा लहराना चाहते हैं. यही वजह है कि इस बार बीजेपी के लिए गुजरात के साथ-साथ हिमाचल का चुनाव भी काफी अहम है.
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