कोलकाताः पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ताजमहल विवाद पर बात करते हुए कहा, ‘वो दिन दूर नहीं जब बीजेपी देश का नाम बदलने की भी कोशिश करेगी. अगर बीजेपी ने देश का नाम बदल दिया तो हम कहां रहेंगे.’ ममता ने कहा, ‘भारतीय संस्कृति और धरोहर को बर्बाद करना बीजेपी का सोचा-समझा पॉलिटिकल एजेंडा है.’ ममता बनर्जी ने बीजेपी विधायक संगीत सोम के बयान की कड़ी निंदा की.
बीजेपी को तंज कसते हुए सीएम ममता बनर्जी ने कहा, ‘मुगलसराय स्टेशन का नाम बदलकर पंडित दीन दयाल उपाध्याय स्टेशन करने वाली बीजेपी ने ताज महल को क्यों छोड़ दिया, उसका नाम क्यों नहीं बदला? उन्होंने यह भी कहा कि अगर बीजेपी ने अपने देश का नाम बदल दिया तो हम कहां रहेंगे?’
ममता आगे कहती है कि बीजेपी इस तरह की बयानबाजी कर देश की जनता को बांटना चाहती है. ‘यह बेहतर होगा कि हम बीजेपी नेताओं के बारे में कम बात करें. संगीत सोम की टिप्पणी पर बात करते हुए मुझे शर्म आ रही है. यह बेहद शर्मनाक बयान है. बीजेपी विकास की नहीं बल्कि लोगों को बांटने की बात करती है. हम लोग (टीएमसी) इस पर विश्वास नहीं करते हैं.’
ममता ने बीजेपी पर जुबानी हमला करते हुए आगे कहा, ‘बीजेपी कैसे कह सकती है कि ये इमारत हिंदू ने बनाई है, ये इमारत मुस्लिम ने बनाई है? भारत में सभी धर्म-जाति के लोग रहते हैं. बीजेपी लोकतंत्र नहीं बल्कि एकतंत्र में विश्वास रखती है.’
क्या है मामला
मेरठ की सरधना सीट से भाजपा विधायक संगीत सोम ने ताजमहल को लेकर कहा था कि गद्दारों के बनाए ताजमहल को इतिहास में जगह नहीं मिलनी चाहिए. ताजमहल भारतीय संस्कृति पर धब्बा है. जब ताजमहल का नाम देश के ऐतिहासिक स्थलों में से निकाल दिया गया था तो कुछ लोगों को बहुत दर्द हुआ था. समाजवादी पार्टी के नेता और यूपी के पूर्व मंत्री आजम खां द्वारा बनवाई गई जौहर यूनिवर्सिटी आतंकवादियों का अड्डा है. पिछली यूपी सरकार में गलत तरीके से यूनिवर्सिटी को मोटा बजट दिया गया, इसकी जांच चल रही है और जांच के बाद कार्रवाई होगी. इस दौरान सोम ने रोहिंग्या मुसलमानों को आतंकी करार देते हुए उन्हें देश में शरण न देने की बात कही.
हज हाउस बना तो कांवड़ हाउस भी बनना चाहिए था
सोम ने आगे कहा कि जिस समय गाजियाबाद में हज हाउस का निर्माण हुआ था, उसी दौरान वहां कांवड़ हाउस भी बनना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं हुआ. अब हमारी सरकार इस पर काम कर रही है. बता दें कि यह पूरा विवाद यूपी टूरिज्म बुक में ताजमहल को स्थान नहीं दिए जाने पर शुरू हुआ था. विवाद के बढ़ते ही योगी सरकार सामने आई और सफाई दी कि ताजमहल देश की धरोहर है. ताजमहल के रख-रखाव के लिए काफी पैसा खर्च किया जा रहा है.