अयोध्या: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दिवाली अयोध्या को विकास योजनाओं की बड़ी सौगात देने वाले हैं दरअसल, योगी और उनकी पूरी कैबिनेट इस बार छोटी दिवाली भगवान राम की नगरी अयोध्या में मनाएगी. इस दौरान राज्यपाल राम नाईक भी अयोध्या में रहेंगे. सीएम योगी 18 अक्टूबर को कई प्रोजेक्ट की शुरुआत करने वाले हैं. सात करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली कथा गैलरी और पार्क का शिलान्यास होगा. अयोध्या की तस्वीर बदलने वाली इन योजनाओं पर जानकारी से पहले सुब्रह्मण्यम स्वामी ने भी बड़ा दावा किया है. स्वामी ने दावा किया है कि अगली दिवाली अयोध्या के राम मंदिर में ही मनेगी. उनसे इस बड़े दावे का आधार पूछा गया तो उन्होंने अनुमान लगाया कि अगले साल मई तक सुनवाई पूरी हो जाएगी और जल्दी ही फैसला आ जाएगा. उनकी मानें तो उसके बाद राम मंदिर बनने में देर नहीं लगेगी.
राम मंदिर का मामला सुप्रीम कोर्ट में है जहां जल्दी ही इस पर सुनवाई शुरु होने वाली है. इससे पहले कोर्ट ने सभी पक्षों को बातचीत से हल निकालने का मौका दिया था लेकिन कोई हल नहीं निकला. इन सबके बीच यूपी में योगी सरकार के आते ही अयोध्या में हलचल तेज हो गई. सीएम योगी ने बरसों से बंद पड़ी रामलीला शुरु कराई. केंद्र के सहयोग से जल्दी ही रामायण म्यूजियम और रामायण सर्किट बनाया जाएगा और अब टूरिज्म के लिहाज से कायकल्प करने के लिए सीएम योगी 18 अक्टूबर को कई प्रोजेक्ट की शुरुआत करने वाले हैं. सात करोड़ रुपए की लागत से बनने वाली कथा गैलरी और पार्क का शिलान्यास होगा. 12 करोड़ की लागत से नया बस डिपो बनेगा लेकिन सबसे ज्यादा चर्चा 108 फुट ऊंची भगवान राम की मूर्ति को लेकर है जो सरयू के किनारे बनेगी.
वहीं सुप्रीम कोर्ट ने इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस को कहा है कि वे 10 दिनों के भीतर दो जजों को ऑब्जर्वर नियुक्त करें. सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि इन दो जजों में जिला, अतिरिक्त जज या फिर स्पेशल जज हो सकते हैं. इस संबंध में सुप्रीम कोर्ट ने छह जिलों के जजों की सूची हाई कोर्ट को वापस भेजी है. मोहम्मद हाशिम की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल की मांग को सुप्रीम कोर्ट ने ठुकरा दिया. कपिल सिब्बल ने मांग की थी कि टीएम खान और दूसरे एसके सिंह को ही ऑब्जर्वर रहने दिया जाए.