नई दिल्ली: कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव के लिए तैयारियां पूरी हो गई हैं और दिवाली के बाद अध्यक्ष पद का चुनाव हो सकता है. कांग्रेस चुनाव कमेटी 30 अक्टूबर से पहले चुनाव कराना चाहती है यानी इसी महीने राहुल गांधी अध्यक्ष बन सकते हैं. बता दें कि शुक्रवार को ही सोनिया गांधी ने कहा था कि राहुल जल्द अध्यक्ष बनेंगे. कई प्रदेश कमेटियां भी प्रस्ताव पास कर चुकी हैं. राहुल गांधी को साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले पार्टी अध्यक्ष बनाने की मांग की जोरों पर हैं.
पार्टी सूत्रों की मानें तो कई राज्यों में कांग्रेसी नेता 2019 का चुनाव राहुल गांधी की अगुवाई में लड़ना चाहते हैं. वहीं कांग्रेस की युवा इकाई भी राहुल गांधी को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाने के पक्ष में है. इसी कड़ी में राहुल गांधी को पार्टी की कमान सौंपने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. राहुल गांधी की ताजपोशी की भव्य तैयारियां शुरू हो चुकी हैं, ताकि पार्टी के अंदर और बाहर एक बड़ा मैसेज जाए. पार्टी के भीतरी सूत्रों के मुताबिक राहुल गांधी को अध्यक्ष बनाए जाने की राह में पार्टी के भीतर और बाहर कई नेता रोड़ा अटका रहें हैं. इन्हीं नेताओं को सख्त संदेश देने के लिए राहुल की ताजपोशी बेहद भव्य अंदाज में आयोजित की जाएगी. माना जा रहा है कि कांग्रेस की हर प्रदेश कमेटी आम सहमति से राहुल को अध्यक्ष बनाने का प्रस्ताव पारित करेगी.
बता दें कि राहुल गांधी भी अपनी टीम बनाने पर लंबे समय से काम कर रहे हैं और इस सिलसिले में वो देश भर के 300 से ज्यादा पार्टी नेताओं से वन-टू-वन बैठक कर चुके हैं. माना जा रहा है कि राहुल की टीम में ज्यादातर युवा चेहरों को जगह दी जाएगी जिससे संदेश जाए कि पार्टी अब युवाओं के हाथ में है. रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के संविधान के हिसाब से पहले कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक बुलाई जाएगी और फिर एआईसीसी का सम्मेलन बुलाकर नए अध्यक्ष का औपचारिक चुनाव हो सकता है.
पार्टी संगठन में फेरबदल कांग्रेस अध्यक्ष के हाथ की बात है जो वो बाद में कर सकते हैं. राहुल के अध्यक्ष बनने पर एक स्थिति ये हो सकती है कि सोनिया गांधी की टीम के सारे पदाधिकारी खुद ही पदों से इस्तीफा दे दें और राहुल को नए सिरे से अपनी टीम चुनने का मौका दें. दूसरी स्थिति तो ये है कि जिन लोगों को पद से हटाना है, उनके पद पर नई नियुक्ति कर दी जाए. ये देखना दिलचस्प होगा कि राहुल किस तरह से अपनी टीम बनाते हैं.